बैजनाथ के चढियार में 22 जून को घर से बाइक की सर्विस कराने सुरेश कुमार शहर की तरफ रवाना हुए थे बाइक की सर्विस भी करवाई लेकिन 2 दिन अपने घर नहीं पहुंच पाया। सुरेश के घर न पहुंचने के बाद जब तलाश शुरू की गई। उसके बाद उसकी लाश 5 दिन के बाद चड़ियार के जंगल में मिली। घरवालों ने सुरेश की हत्या की आशंका जताई है। जिसको लेकर उसके परिदजन न्याय की गुहार लेकर SP कांगड़ा संतोष पटियाल के पास पहुंचे।
परिजनों की मांग है कि उनके बेटे की हत्या की गई है और हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है क्योंकि जंगल के बीच सुरेश की लाश पांच दिन बाद पेड़ की टहनी के साथ लटकी हुई मिली थी और जहां मृत सुरेश का शव मिला उसके आधे किलोमीटर की दूरी पर उसका रुमाल और बाइक मिले सुरेश के पास से उसका पर्स और लाइसेंस भी नहीं मिला शक की सुई यहां अटक जाती है की सुरेश का शव जहां मिला है वहां से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर सुरेश का ससुराल है।
सुरेश कुमार जब अपने घर से निकला था तो उसके फोन पर फोन आये थे लेकिन उसकी मौत के बाद उसका कोई भी दोस्त नहीं आया और न ही उनका कोई फोन। सुरेश की रहस्यमयी मौत की जांच करवाने के लिए परिजन दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। परिजनों का आरोप है की उसकी पत्नी के साथ नहीं बनती थी और वह अपनी मां के पास ही खाना खाता था। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज भी किया। लेकिन, लाश सड़ जाने के कारण उनको भी मौत के का पता नहीं लग पाया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कोई चोट का निशान नहीं मिला है और हैरानी की बात तो यह है की एक छोटी सी टहनी के साथ फंदा लगाना कैसे संभव है यह सवाल परिजन उठा रहे हैं आज परिजन एस पी संतोष पटियाल से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे थे ताकि उनको उनके बेटे की मौत के कारणों का पता चल सके और दोषियों को सजा दी जाए ताकि फिर से किसी का बेटा मौत का ग्रास न बने।