प्राइवेट बसों की हड़ताल के बाद लगातार किराया बढ़ोतरी का मुद्दा चर्चाओं में बना हुआ हैं। जयराम सरकार में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सुंदरनगर में किराये में बढ़ोतरी की बात कह डाली है, लेकिन न तो जनता को और न ही विपक्ष को ये फैसला रास़ आया है। पहले जहां शिमला में नागरिक सभा के बेनर तले लोगों ने किराया बढ़ोतरी पर रोष जाहिर किया, वहीं अब पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे जीएस बाली ने सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है।
अपने फेसबुक अकाउंट के माध्यम से जीएस बाली ने कहा कि किराया बढ़ाने से परिहवन निगम को नुक्सान होगा और आम जनता पर दौहरी मार पड़ेगी। सरकार को चाहिए कि किराया बढ़ाने की जगह पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट कम करें। इससे तेल के दाम नीचे आएंगे और पहले की तरह बसें चलती रहेंगी।
जीएस बाली ने कहा कि निजी बस ऑपरेटर कम किराए में भी सवारियों को ले जाते हैं। लेकिन परिवहन निगम ऐसा नहीं कर सकता। यदि किराए में बढ़ोतरी की जाती है तो निजी बस ऑपरेटरों को भी वे सेवाएं मुफ्त देनी चाहिए जो सेवाएं निगम द्वारा दी जा रही हैं। इनमें हैंडीकैप, स्वतंत्रता सेनानी, वार विडो और बच्चों को फ्री सुविधा दी जा रही है। यदि प्राइवेट बस ऑपरेटर ये नहीं करते हैं तो यह ग़लत बात होगी कि मक्खन तो खा लें और छाछ किसी और को दे दें।