बिलासपुर के जुखाला में रहने वाले युवक वरुण की मौत पर परिजनों से मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है। परिजनों ने जिलाधीश के माध्यम से जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। वरुण के भाई का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से उसके भाई की मौत हुई है।
क्या है मामला…??
परिजनों के मुताबिक, वरुण किसी बीमारियों से पीड़ित था कि उसे शिमला IGMC में भर्ती करवाया गया। लेकिन यहां 15 घंटों तक उसका इलाज नहीं किया गया। जूनियर डॉक्टर ने सीनियर डॉक्टर का हवाला देकर उन्हें टाल दिया और जब सीनियर डॉक्टर से परमिशन मिली, उसके बावजूद भी को इलाज नहीं किया गया। स्टेचर पर पड़े वरुण की मौत हो गई और फिर सभी डॉक्टरों ने उसकी मौत को किडनी फेल होने का बहाना बना दिया।
परिजनों का आरोप है कि अगर समय रहते वरुण ठाकुर का उपचार किया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन डॉक्टरों ने ऐसा कुछ नहीं किया। वरुण के भाई ने कई दफा जांच की मांग की लेकिन उसे हमेशा आश्वासन देकर टाल दिया गया। शुक्रवार को उसका भाई खुद मीडिया से मिला और जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा।