शौर्य चक्र विजेता कर्नल विधि चंद लगवाल ने मोदी सरकार पर सशस्त्र सेना का राजानीकरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने पीएम मोदी पर सैनिकों के साथ वादाखिलाफी का बी आरोप लगाया। हमीरपुर में प्रेस को संबोधित करते हुए कर्नल लगवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने सैनिकों के साथ धोखा किया है।
कर्नल विधि चंद लगवाल ने कहा कि नरेंद्र मोद ने 15 सितंबर 2013 को रेवाड़ी में आयोजित रैली में सैनिकों से जो भी वादे किए वह पूरे नहीं किए हैं। लाल किले की प्राचीर से पीएम के संबोधन के वक्त सेना का जेसीओ (दिल्ली एरिया) खड़ा रहता था। जिसे अब हटा दिया गया। इसी तरह 30 दनवरी और 15 जनवरी की सेना की कई परंपराओं को मोदी सरकार ने बदलकर अपमान करने का काम किया है।
कर्नल लगवाल ने आरोप लगाए कि चार साल में चार रक्षा मंत्री बदलकर केंद्र सरकार ने देश की रक्षा को लेकर गलत संदेश दिया है। उन्होंने सियाचीन, गुवाहाटी और लेह में तैनात अधिकारियों के वेतन को लेकर अपनाए जा रहे अलग-अलग मापदंड पर भी सवाल खड़े किए। कर्नल लगवाल ने प्रधानमंत्री से पूछा कि पांचवे वेतन आयोग में सैनिक अधिकारियों के लिए जो स्वीकृत राशन था, उसे सातवें वेतन आयोग से क्यों हटा दिया गया।
लगवाल ने कहा कि मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक नजरिए से भुनाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा उन्होंने पूछा कि राफेल डील में जब 126 लड़ाकू विमान खरीदे जा रहे थे, तो उसकी जगह मात्र 36 विमान क्यों खरीदे गए…।