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अग्निहोत्री की मुख्य सचिव को बधाई के साथ नसीहत, ‘राजनीति से दूर रहकर करें काम’

रविंद्र, ऊना |

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्य सचिव बीके अग्रवाल को बधाई देते हुए नसीहत भी दे डाली। अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्य सचिव विवादित मुद्दों से दूर रहें और सरकार की नीतियों औऱ प्रदेश की जनता के विकास-कल्याण की सोच से काम करें। उन्हें अभी तक नई-नई जिम्मेवारी मिली है। ऐसे में उन्हें अफसरशाही को विकास की दिशा में लगाना चाहिए ,न कि खुद राजनीतिक मुद्दों में हाथ डालकर जलाने का प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जयराम सरकार राजनीतिक प्रतिशोध और बदले की भावना से काम करना चाहती है। अफसरशाही पर प्रदेश की सरकार को यकीन नहीं है, इसलिए ताश के पत्तों की तरह अधिकारियों को फेंकने का क्रम अभी भी जारी है। 9 महीनों में ही राजनीतिक विरोध के चलते अनेक मामले पुलिस में दर्ज किए गए हैं, लेकिन जांच करने के बाद भी सरकार के हाथ कुछ नहीं लगने वाला।

किराया बढ़ोतरी पर बोले अग्निहोत्री

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बस किरायों में बढ़ोतरी कर प्रदेश की सरकार में जनता पर बोझ लादने का काम किया है। न्यूनतम किराया बढ़ाया गया है ,जो लोगों को अब अखर रहा है। बढ़े हुए किराए को तुरंत वापस लेना चाहिए और इसके लिए कोई वैकल्पिक रास्ता अपनाया जाना चाहिये। खुद परिवहन मंत्री यह बात मान रहे हैं कि 2013 के बाद महंगाई बढ़ी है ,इसलिए किराए बढ़ाना क्यों जरूरी है। 2014 से लगातार मोदी की सरकार है और महंगाई की मार जनता पर पड़ी है।

राफेल पर दिया रणधीर शर्मा को जवाब

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राफेल पर कांग्रेस को ज्ञान देने वाले बीजेपी नेता बताएं कि उन्हें राफेल सौदे की क्या जानकारी है? प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री तो इस मसले पर चुप्पी नहीं तोड़ रहे, सौदे को सार्वजनिक नहीं कर रहे। कांग्रेस का आरोप साफ है कि इस मामले में बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है और केवल 10 दिन पहले बनी रिलायंस की कंपनी को प्रधानमंत्री ने प्रभाव के चलते सौदा दिलाया आया है और सरकारी कंपनी को नजरअंदाज किया है।

शौर्य दिवस पर बोले अग्निहोत्री

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बीजेपी अपनी सुविधा के अनुसार शौर्य दिवस की परिभाषा ना बदले। उन्होंने कहा कि बीजेपी राजनीतिक पाखंड कर सेना का राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है। बीजेपी के नेता बताएं कि इंदिरा गांधी ने जब पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे क्या वह शौर्य दिवस सेना का नहीं है? लाल बहादुर शास्त्री ने मुंह तोड़ जवाब दिया था क्या वह सेना का शौर्य दिवस नहीं है? क्या बॉर्डर पर जो रोज सैनिक लड़ रहे हैं वह शौर्य नहीं है? बीजेपी के पास अपनी कोई उपलब्धि नहीं है ,इसलिए केवल राजनीति के लिए सेना का इस्तेमाल कर रही है।