मौसम के करवट बदलते ही पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। बारालाचा दर्रे सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी होती देख लाहौल-स्पीति प्रशासन ने लेह मार्ग में वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। बीआरओ ने बारालाचा दर्रे को बहाल कर लेह मार्ग में वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी थी लेकिन एक बार फिर शुरू हुई बर्फबारी से राहगीरों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। बुधवार को मनाली-कुल्लू से 150 वाहन रोहतांग दर्रा पार कर लाहौल पहुंचे।
8 बसों में 300 लोगों पहुंचे लाहौल
22 सितम्बर को हुई भारी बर्फबारी से लाहौल के सैंकड़ों लोग कुल्लू-मनाली में फंसे हुए थे। इन लोगों को भी आज राहत मिल गई है। रोहतांग दर्रे में सड़क किनारे बर्फ के ढेर होने के कारण प्रशासन ने दर्रे को वन-वे किया हुआ है। एक दिन मनाली से तो एक दिन लाहौल से बारी-बारी वाहन दर्रे को पार कर रहे हैं। आरएम मंगल चंद मनेपा ने बताया कि बुधवार को मनाली की ओर से 8 बसों में लगभग 300 लोगों को लाहौल पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि वीरवार को बसों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी।
उपसी के पास फंसे 60 वाहन केलांग पहुंचाए
एसडीएम केलांग अमर सिंह नेगी ने बताया कि मौसम खराब होने के चलते लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। बुधवार को लेह से आ रहे 60 वाहन उपसी के पास फंसे हुए थे, जिन्हें लेह पुलिस के सहयोग से केलांग पहुंचा दिया गया है। केलांग से भी लेह के वाहनों को सुरक्षित लेह भेज दिया गया है। केलांग-मनाली मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी।