हिमाचल के कुल्लू में खाद्य आपूर्ति विभाग का ऐसा कारनामा पेश में आया है जिसने उचित मूल्य की दुकानों पर मिलने वाले राशन पर कई सवाल खड़े कर दिये हैं। जी हां, कुल्लू के एक डिपो में लोगों को खराब आटे का वितरण कर दिया गया है। काला और गीला आटा खराब ही नहीं बल्कि इसमें कीड़े और फफूंद तक भी लगी हुई है।
सुल्तानपुर स्थानीय लोगों के मुताबिक, डिपो धारक ने उन्हें जानबूझ कर खराब आटा वितरण किया है। विभाग से आटा तो सही आया होगा लेकिन दुकान वाले ने बढ़िया आटा रख लिया जबकि खराब आटा लोगों को बांट दिया। जब उन्होंने घर जाकर आटे को खोला तो आटा गिला ही नहीं बल्कि उसमें कीड़े भी चल रहे थे। लोगों ने कहा कि ऐसा आटा तो मवेशियों को भी नहीं खिलाया जा सकता है।
यही नहीं, लोगों ने जब आटा डिपो धारक को वापिस करना चाहा तो डिपो धारक ने कहा कि यह आटा वापस नहीं होगा। आटे की खेप पीछे से आती है और अगर वह इसे वापस लेते हैं तो इसका क्या करेंगे। वहीं, विभाग पी.डी.एस. के तहत विभिन्न आटा मिलों से आटे की खेप उठाता है। सवाल यह है कि विभाग की ओर से खराब आटा खरीदा जा रहा है या फिर डिपो धारक आटे में कोई गड़बड़ी कर रहा है।
आटे की करवाई जाएगी जांच
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक शिव राम ने एक दैनिक अखबार को बताया कि टीम भेजकर आटे की जांच करवाई जाएगी। यदि आटा खराब होगा तो डिपो होल्डरों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे लोगों से आटे की खेप को वापस लेकर उन्हें बढिय़ा आटा दें। यदि किसी आटा मिल से खराब आटा आ रहा होगा तो उस मिल से विभाग को आटे की सप्लाई रोक दी जाएगी। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।