मणिमहेश सहित भरमौर की सभी ऊंची पहाडिय़ों तथा रोहतांग सहित ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया है। उधर, लाहौल और मनाली घाटी में बारिश होने से मौसम ठंडा हो गया है। हालांकि अभी रोहतांग दर्रे में वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन बर्फबारी का क्रम जारी रहा तो दर्रा एक बार फिर वाहनों के लिए बंद हो सकता है।
मौसम के हालात को देखते हुए लाहौल-स्पीति प्रशासन ने लेह मार्ग पर सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। मंगलवार को बीआरओ का मैंटीनैंस डे होने के चलते सैलानियों के लिए रोहतांग दर्रा बंद रहा। मौसम ठीक रहा तो बुधबार को सैलानी रोहतांग में बर्फ के दीदार कर सकेंगे।
प्रशासन की मानें तो अब रोहतांग दर्रे में वाहनों की आवाजाही मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर रहेगी। मौसम खराब होने की सूरत में सैलानी गुलाबा तक ही जा सकेंगे। रोहतांग दर्रे सहित हामटा, हनुमान टिब्बा, इंद्रकिला, धुंधी जोत, मकरवेद शिकरवेद, भृगु व डशोहर की पहाडिय़ों व चंद्रखणी जोत सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिरने का क्रम शुरू हो गया है। रोहतांग के उस पार कोकसर जोत, बड़ा और छोटा शिगरी ग्लेशियर, कुंजम जोत, समस्त चन्द्र भाग पीक, लेडी ऑफ केलांग, नीलकंठ, ढाका ग्लेशियर, शिंकुला जोत व दारचा की पहाडिय़ों सहित बारालाचा दर्रे में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं।
एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि अब रोहतांग जाने वाले सैलानियों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी। डीसी लाहौल अश्विनी कुमार चौधरी ने लोगों से आग्रह किया कि मौसम को देखते हुए रोहतांग दर्रा पार न करें। उन्होंने कहा कि रोहतांग में अधिक बर्फबारी होती देख वाहनों को कोकसर में ही रोका गया है।