स्मार्ट सिटी धर्मशाला में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए नगर निगम प्रयास कर रही है। इसको लकेर नगम निगम ने आरटीओ अधिकारी से बैठक भी की है। जानकारी के अनुसार, नगर निगम धर्मशाला पर्यारण संरक्षण को देखते हुए इलेक्ट्रिक बसों को परिवहन निगम की बसों की जगह स्मार्ट सिटी में चलाने के लिए प्लान बना रहा है।
बता दें कि इस सुविधा को धरातल पर उतरने के लिए थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि अभी लाभान्वित राशि के संबंध में एमसी धर्मशाला के अधिकारियों और एचआरटीसी अधिकारियों के बीच बैठक होना शेष है।
आरटीओ कांगड़ा मेजर डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नगर निगम की ओर से चलाए जाने वाली इलेक्ट्रिक बसों को लेकर बैठक में चर्चा हुई है। इन बसों को एचआरटीसी की मौजूदा समय में दौड़ रही डीजल बसों के रूटों पर दौड़ाया जाएगा।
नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त व स्मार्ट सिटी के एमडी संदीप कदम ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संबंध में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के साथ बैठक हुई है। जल्द ही स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इलेक्ट्रिक बसें चलाए जाने को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
बता दें कि भारत हिमाचल का पहला राज्य है, जहां सबसे पहले इलेक्ट्रिक बस चली. ये बस कुल्लू से रहोतांग के लिए चलाई गई थी। वहीं, एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने 22 राज्यों के सबसे प्रदूषित 102 शहरों की सूची में हिमाचल के सात शहर भी शामिल हैं। हिमाचल के सबसे प्रदूषित सात शहरों में बद्दी, डमटाल, कालाअंब, सुंदरनगर, परवाणू, पांवटा साहिब और नालागढ़ हैं।