फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के बारे में विधायक अरुण कुमार कूका द्वारा की गई टिप्पणी को फोर्टिस प्रबंधन ने भ्रामक करार दिया है। फोर्टिस प्रबंधन ने विधायक द्वारा दी गई स्टेटमेंट को आधारहीन और तथ्यों से विपरीत बताया। अस्पताल के प्रवक्ता ने अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि विधायक महोदय के बेबुनियाद और गैरजिम्मेदाराना बयान से ये महसूस होता है कि या तो उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं है या फिर वह जानबूझ कर फोर्टिस कांगड़ा की छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक महोदय समाज के जिम्मेदार शख्स हैं, उनकी फोर्टिस कांगड़ा को लेकर इस तरह की तथ्यहीन बयानबाजी से अस्पताल की छवि को नुकसान पहुंचा है। साथ ही इस संस्थान से जुड़े हजारों मरीजों के विश्वास के साथ भी आघात हुआ है। प्रवक्ता ने स्पष्ट करते हुए कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा प्रदेश का इकलौता एनएबीएच प्रमाणित अस्पताल है, जो कि क्वालिटी ट्रीटमेंट और केयर के लिए देश का सबसे प्रतिष्ठित प्रमाणपत्र है। उन्होंने कहा कि फोर्टिस हेल्थकेयर इस अस्पताल द्वारा पिछले छह बरसों से कांगड़ा में बेहतरीन मेडिकल सेवाएं मुहैया करवा रहा है। अस्पताल देश के जाने-माने फोर्टिस हेल्थकेयर ग्रुप से सम्बंधित है और फोर्टिस ग्रुप के 41 अस्पतालों की श्रृंखला का ही हिस्सा है। अस्पताल का प्रबंधन और संचालन वर्तमान में भी फोर्टिस हेल्थकेयर ग्रुप ही कर रहा है। हिमाचल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड इसका केवल वित्तिय पार्टनर है।
प्रवक्ता ने कहा कि कुछ लोग फोर्टिस कांगड़ा की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा से परेशान हैं और लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रवक्ता ने आगे कहा कि पर्याप्त जानकारी न होने की वजह से विधायक महोदय ने बेबुनियाद वक्तव्य दिया, जिससे अस्पताल की साख और गरिमा को ठेस पहुंची है। विधायक की इस बयानबाजी के खिलाफ अस्पताल प्रबंधन कानूनी विशेषज्ञों से राय-मशविरा करके कानूनी कार्यवाही पर भी विचार कर रहा है। अगर विधायक महोदय ने 15 दिन के अंदर क्षमायाचना नहीं की तो अस्पताल प्रबंधन मजबूरन मानहानि का मुकद्दमा दायर करेगा।