जयराम सरकार में निगम-बोर्डों में भर्तियां होना अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले जहां उपाध्यक्षों की भर्ती से बीजेपी में विरोधी स्वर उठने लगे, वहीं अब आगामी दिनों में कई नेताओं को झ़टका लग सकता है। या फिर ये कहें या कि बीजेपी के कुछ नेता पार्टी को झटका दे सकते हैं। क्योंकि नेताओं की एक लंबी कतार अपनी-अपनी अनदेखी की बात रही है।
जी हां, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आगामी दिवाली के मौके पर बीजेपी निगम-बोर्डों में अध्यक्षों की नियुक्तियां कर सकती है। अध्यक्षों के पद पर सबसे आगे नाम पांवटा साहिब से सुखराम औऱ ऊना से सतपाल सत्ती का चल रहा है। जबकि नूरपुर से राकेश पठानिया और रणधीर शर्मा भी नामों की रेस में हैं।
ऐसे में भर्तियों से असंतुष्ट चल रहे सुरेश चंदेल, अनिल धीमान, रिखीराम कौंडल, बलदेव शर्मा, रविंदर रवि, गुलाब सिंह ठाकुर और इंदू गोस्वामी जैसे चेहरे भी पार्टी के लिए रोडा बन सकते हैं। लिहाजा, सुरेश चंदेल तो पहले कह चुके हैं कि 'हम पार्टी के काबिल नहीं, तो फिर दूसरे विक्लप ढूंढ लेने चाहिए।' वहीं, भोरंज से डॉक्टर अनिल धीमान भी कड़े मूड में नज़र आ रहे हैं क्योंकि उन्हें विधानसभा चुनावों में टिकट के लिए पीछे कर दिया गया था।
बताते चलें कि अभी तक सरकार ने केसीसी बैंक, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, 20 सूत्रीय कार्यक्रम जैसे कई मलाई दार डिपार्टमेंट्स में अध्यक्षों की नियुक्तियां नहीं की है। हालांकि, कांगड़ा बैंक के अध्यक्ष के लिए राजीव भारद्वाज का नाम सबसे आगे चल रहा है।