शिमला नागरिक सभा ने टूटू में पिछले सात दिन से डोर- टू- डोर कूड़ा इकट्ठा न करने के खिलाफ नगर निगम शिमला को बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। नागरिक सभा ने चेताया है कि अगर यह व्यवस्था तुरन्त ठीक न हुई तो नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर व आयुक्त का घेराव किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक शिमला नागरिक सभा अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि पहले जान बूझकर भाजपा शासित नगर निगम ने अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने और कमीशनखोरी के लिए सैहब का ठेकाकरण किया और अब जब लोगों के दबाव में ठेकेदारी प्रथा बंद की गई तो एक बार फिर नगर निगम सैहब को कमजोर करने की साज़िश रच रहा है।
वह टूटू सहित अन्य पांच वार्डों में उचित संख्या में सफाई कर्मियों की नियुक्ति नहीं कर रहा है। इस कारण टूटू में भारी अव्यवस्था है और घरों में कुड़े का अंबार है। नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थानीय पार्षद फजूल बयानबाजियों में व्यस्त हैं। वह टूटू में सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने स्थानीय पार्षद पर जनता की उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण उनसे इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पार्षद टूटू वार्ड के विकास के बजाए शिमला शहर, बालूगंज और स्कैण्डल पॉइंट का नाम बदलने के प्रस्ताव रखकर जनता की रोज़मर्रा की मांगों से उनका ध्यान भटकाना चाहते हैं। उन्होंने स्थानीय पार्षद को चेताया है कि अगर कुड़े की समस्या का स्थायी समाधान न हुआ तो शिमला नागरिक सभा उनके घर का घेराव करने से भी नहीं हिचकिचायेगी।
टूटू की जनता पिछले छः महीने से सफाई व्यवस्था के मसले पर भारी परेशानी में है। कूड़ा लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है। राष्ट्रपति के शिमला के प्रस्तावित दौरे के बावजूद टूटू एयरपोर्ट रोड़ पर कचरा फैला हुआ है व यह राष्ट्रपति के जाने का रूट भी है। इससे ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि नगर निगम प्रशासन सफाई के मसले पर कितना गम्भीर है।