हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चुनाव नहीं लड़ने की ख़बर ने एक नए सियासी भूचाल को जन्म दे दिया है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री के आलाकमान को चिट्ठी लिखने के बाद शुक्रवार शाम को विधायकों के एक ख़ास वर्ग ने भी आलाकमान को चिट्ठी लिखी है। सीएम के विश्वासपात्र समझे जाने वाले विधायकों ने आलाकमान से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अगुवाई में चुनाव लड़ने का आग्रह किया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वीरवार को सोनिया गांधी को मेल किया था, जिसमें उन्होंने प्रदेश में पार्टी के आंदरूनी हालात का हवाला देकर चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी।
यह बात जगजाहिर है कि मुख्यमंत्री कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को पसंद नहीं करते और काफी अर्से से उन्हें संगठन के पद से हटाने का आलाकमान पर दबाव बनाते रहे हैं। थोड़ी बहुत उम्मीद प्रदेश प्रभारी शिंदे की यात्रा से थी, मगर वह भी खत्म हो गई। मगर, वीरभद्र सिंह अपने सियासी दौर में किसी अन्य का हस्तक्षेप नहीं चाहते। लिहाजा, उन्होंने अब यह सारा दारोमदार आलाकमान के हाथों छोड़ दिया है।