डेरा सच्चा सौदा के रेपिस्ट बाबा राम रहीम के गुंडों ने जिस तरह पंचकूला में हिंसा फैलाई उससे साबित होता है कि राजनेताओं और ऐसे ढोंगी बाबाओं के मेल का कितना खौफनाक हो सकता है। इस तरह के ढोंगी बाबाओं का वोट बैंक इतना ज्यादा होता है कि बड़े-बड़े नेता इनके दरबार में हाजिरी भरते हैं। एक ऐसे ही बाबा हिमाचल में भी हैं, जिनके पास हिमाचल जो कुछ समय पहले जानवरों की खालों को लेकर सुर्खियों में आए थे। हम बात कर रहे हैं सोलन के बाबा अमरदेव की, जिन्होंने अपने रसूख के दम पर पूरा पुलिस स्टेशन ही ट्रांसफर करवा दिया था।
बता दें कि इन बाबा आश्रम सोलन जिला के रूढ़ा गांव में है और इनके दरबार में हिमाचल ही नहीं पंजाब के नेता भी हाजिरी भरते हैं। इनके आश्रम में 25 करोड़ की कीमती मूर्तियां बनाई गई हैं। बिना राजनीतिक संबंधों के इतना बड़ा सम्राज्य खड़ा करना कोई अासान काम नहीं है। बाबा पर कांग्रेस के कुछ कैबिनेट मंत्रियों, कुछ पुलिस और प्रशासन के अफसरों के अलावा संघ की पूरी छत्रछाया बताई जाती है।
इन बाबा पर कई केस चले हुए हैं, लेकिन रसूख ऐसा कि इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाया। बाबा पर अवैध तेंदुए की खालें, तेजधार हथियारों से महिला हमला करने और इसके अलावा बाबा के आश्रम श्रीराम लोक मंदिर पर सरकारी भूमि पर कब्जा करने का आरोप भी लगा था। उसके पास से महंगी गाड़ियां भी मिली थीं। इनपर दिल्ली, हरियाणा और यूपी के नंबर लगे हुए थे। ये गाड़िया कहां गायब हो गईं, पता नहीं चला।
गौरतलब है कि हाई प्रोफाइल बाबा अमरदेव के इस पूरे मामले की जांच सीआईडी कर रही थी, 8 जून 2016 को बाबा को तबीयत खराब होने पर क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती किया गया था और खुद मुख्यमंत्री उसका हाल पूछने आईजीएमसी गए थे।