डेरा सच्चा सौदा राम रहीम के विवादों से पुराना नाता रहा है। बलात्कार के दोषी साबित हुए डेरा प्रमुख के विवाद हिमाचल से भी जुड़े हैं। जिला कांगड़ा के पालमपुर के पास नगरी चच्चियां डेरा की जमीन से साबित हो गया कि राम रहीम ने कानून को ताक पर रखकर यहां करोड़ों की जमीन खरीदी थी।
2007 में कांगड़ा के उपायुक्त भरत खेड़ा ने 175 कनाल में फैली इस सपंत्ति को अवैध घोषित कर दिया था। अपने फैसले में उन्होंने कहा कि भू अधिग्रहण अधिनियम 1968 की धारा 118 के तहत कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। इस फैसले के खिलाफ डेरा ने अपील कर दी।
लेकिन अप्रैल 2010 को डिविजन कमिश्नर की अदालत ने भी जिलाधीश के फैसले को सही ठहराया। जिस पर राम रहीम रेवन्यू सचिव की अदालत में अपील लेकर गए। मामला अब भी अदालत में चल रहा है। दरअसल हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोग जमीन नहीं खरीद सकते। लेकिन यहां रेवन्यू विभाग के कर्मियों से मिलीभगत कर राम रहीम ने आसानी से जमीन खरीद ली।
राम रहीम का पसंदीदा है चच्चियां नगरी डेरा
डेरे की जमीन की कीमत ही करीब 9 करोड़ है। कुल मिलाकर इस डेरे की संपत्ति कहीं ज्यादा है। 175 कनाल भूमि में फैला ये डेरा गुरमीत राम रहीम का पसंदीदा है। सिरसा के बाद यहीं राम रहीम सबसे ज्यादा समय बिताते रहे हैं। ‘मेसेंजर ऑफ गॉड’ सीरिज़ की अपनी फिल्मों की ज्यादातर शूटिंग पालमपुर के आसपास ही की गई है।