हमीरपुर- बिलासपुर ज़िला की सीमा के साथ लगते भपराल गांव में एक बछड़ा तेंदुए का शिकार हो गया। ग्रामिणों ने बताया कि एक उत्त्पात मचा रहे बछड़े को गौशाला पहुंचाने से पहले ही तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया। ग्रामीणों ने हिंदू विधि विधान से मृत बछड़े को दफ़नाया।
गौरतलब है कि जिस लावारिस बछड़े को ज़ाहू की गौशाला में आश्रय दिए जाने की तैयारी हो चुकी थी, उसी बछड़े को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया। ग्रामीणों को जब इस घटना का पता चला तो उन्होंने पूरे हिंदू विधि विधान के साथ मृत बछड़े को ज़मीन में दफ़ना दिया।
घटना की जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि भपराल में एक लावारिस बछड़ा खेती को उजाड़ रहा था। इसलिए उसे ज़ाहू स्थित गौशाला में पहुँचाने का प्रयास किया गया। लेकिन शुक्रवार शाम को जैसे ही इसे पकड़ कर ट्राले में चढ़ाने की कोशिश की, यह बछड़ा भागकर नाले की तरफ़ चला गया। शनिवार सुबह इसे गांव के नाले के पास ही मृत पाया गया।
हुक्म सिंह ने बताया कि किसी तेंदुए के हमले से बछड़े की मौत हो गयी थी। जिसे शनिवार को ही ग्रामीणों ने ज़मीन में दफ़ना दिया। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जहां भी गौवंश ज़ख़्मी या मृत हालत में मिले, उनका सही निदान किया जाए। साथ ही लावारिस पशुओं पर हमला कर तेंदुए द्वारा मार गिराने या मृत पशुओं के गले सड़े शरीर से उठी दुर्गन्ध की कई घटनाओं के बीच भपराल के युवाओं द्वारा दिखाए गये जज़्बे की क्षेत्र में ख़ूब चर्चा है।