आमतौर पर रीठा को बाल धोने या शैंपू में प्रयोग से लोग परिचित हैं, परंतु यह विभिन्न रोगों में भी बहुत उपयोगी है, यह कम लोग जानते हैं। प्राकृतिक साबुन के रूप में आप रीठा (सोप नट्स ) का इस्तेमाल कर सकते हैं। रीठा एक ऐसा पेड़ है जो पूरे भारत में मिलता है। रीठा के पेड़ पर गर्मियों में फूल आते हैं, जो कि आकार में बहुत छोटे हैं। इनका रंग हल्का हरा होता है। सुखाया गया फल शैंपू, डिटर्जेंट या फिर हाथ धोने वाले साबुन के रूप में प्रयोग किया जाता है। रीठा एक ऐसा पेड़ है जो पूरे भारत में मिलता है। रीठा के पेड़ पर गर्मियों में फूल आते हैं, जो कि आकार में बहुत छोटे हैं। इनका रंग हल्का हरा होता है। सुखाया गया फल शैंपू, डिटर्जेंट या फिर हाथ धोने वाले साबुन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
जानिए रीठा के गुणों के बारे में:-
- रीठा का पानी एक नेचुरल हैंडवॉश की तरह काम करता है। आप चाहें तो हाथ धोने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हो सके तो रीठा के पानी में कुछ बूंद नींबू का रस मिला दें ताकि इसकी सुगंध अच्छी हो जाए और साथ ही नींबू का रस इसे ज्यादा दिनों तक सही रखेगा।
- अगर आपको आधे सिर दर्द की समस्या है तो आप रीठे के फल को 1-2 काली मिर्च के साथ घिसकर नाक में 4-5 बूंद डालें। इससे आपके आधे सिर का दर्द जल्द ही खत्म हो जाएगा ।
- अगर आप अपने गहनों को साफ करने के लिए किसी रसायनिक क्रीम या लिक्विड का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो रीठा का पानी आपके लिए बेस्ट रहेगा। अपने गहनों को कुछ देर के लिए रीठे के पानी में डुबोकर रख दीजिए। उसके बाद किसी मुलायम टूथब्रश से गहनों को हल्के से रगड़ दीजिए। ऐसा करने से आपके गहनों में चमक आ जाएंगी।
- नजला और जुकाम होने पर आप रीठा का प्रयोग कर सकते है । इसके लिए आप 10 ग्राम रीठा का छिलका, 10 ग्राम कश्मीरी पत्ता और 10 ग्राम धनिया को पीसकर चूर्ण एक बना लें। इस चूर्ण को नाक से सूंघने से जुकाम में लाभ होता है।
- रीठे के इस्तेमाल से आप दांत से जुड़ी हर समस्या को दूर कर सकते है । इसके लिए आप रीठे के बीजों को भून कर उनका एक चूर्ण बना कर उसमें रीठे के बराबर मात्रा में फ़िटकरी मिलाकर अपने दांतों की मालिश करें। ऐसा करने से दांत से जुड़ा हर रोग दूर होगा।
- बिच्छू का दंश कभी-कभी जानलेवा हो जाता है। बिच्छू के दंश के बाद तेज असहनीय दर्द होता है। ऐसी अवस्था में रीठा का सत्त्व 1 ग्राम लेकर पानी में घोलकर पिला दें या 2 ग्राम चूर्ण (रीठा के छिलकों का चूर्ण) पानी में घोलकर पिलाने से आराम मिलता है।
- रीठे के इस्तेमाल से आप दांत से जुड़ी हर समस्या को दूर कर सकते है । इसके लिए आप रीठे के बीजों को भून कर उनका एक चूर्ण बना कर उसमें रीठे के बराबर मात्रा में फ़िटकरी मिलाकर अपने दांतों की मालिश करें। ऐसा करने से दांत से जुड़ा हर रोग दूर होगा
- पक्षाघात में-रीठे का छिलका और काली मिर्च बराबर मात्रा में लेकर पीस लेते हैं और शीशी में भरकर रख लें। यह आवश्यकता पड़ने पर सुंघा दिया करें तो इससे लकवा (पक्षाघात), मानसिक उन्मत्तता, नींद न आती हो में ये लाभ पहुंचाने वाला सरल प्रयोग है।