सऊदी अरब में फंसे मंडी जिला के 13 युवकों को वहां पर उपचार की कोई सुविधा नहीं मिल रही है और न ही उन्हें वहां पर सुरक्षित ढंग से रखा जा रहा है। यह जानकारी विदेश में फंसे युवकों ने मंडी स्थित अपने परिजनों को फोन पर दी है। सऊदी अरब में फंसे युवकों के परिजन एसपी मंडी के पास पहुंचे और उनके माध्यम से एक मांग पत्र भारत सरकार को भेजा है।
परिजनों ने ये भी बताया कि जिस व्यक्ति के पास यह लोग विदेश में काम कर रहे थे वह दो लोगों को थाने से उठाकर ले गया है। ऐसे में इन्होंने एसपी मंडी के माध्यम से इनकी सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई है। परिजनों ले भारत सरकार से मांग उठाई है कि फंसे हुए भारतीयों को जल्द से जल्द वापिस अपने वतन भेजा जाए।
परिजनों ले भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए आभार भी जताया। इन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद सउदी अरब में स्थित भारतीय दूतावास से अधिकारी इनसे मिलने गए थे और इनकी पूरी जानकारी वह एकत्रित करके ले गए हैं। परिजनों के अनुसार ओंकार चंद नामक व्यक्ति को वहां से वापिस भेज दिया गया है। इन्होंने भारत सरकार से अनुरोध किया है इनकी घर वापिस जल्द सुनिश्चित की जाए और जब तक इन्हें घर नहीं लाया जाता तब तक इनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाए।
एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने बताया कि मामला विदेश मंत्रालय के ध्यान में हैं और इस दिशा में उचित कार्रवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिस एजेंट के माध्यम से यह लोग विदेश गए थे उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाही की जा रही है। गुरदेव शर्मा ने बताया कि परिजनों ने उन्हें धमकाने की बात भी कही है और इसकी भी जांच की जाएगी।
बता दें कि, इस वक्त भारत के 14 नागरिक सउदी अरब में फंसे हुए हैं। इन्हें काम करने के लिए टूरिस्ट वीजा पर ले जाया गया था और वीजा की अवधी समाप्त होने से पहले इनका वर्क वीजा नहीं बन पाया जिस कारण इन्हें वहां पर बंदी बना लिया गया है।