नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में इनवेस्टर मीट होनी चाहिए, हम इस मीट के पक्ष में हैं। लेकिन प्रदेश की जयराम सरकार अपने पहले साल के कार्यकाल में चूक गई है। प्रदेश सरकार इस इनवेस्टर मीट को जून में करने की बात कर रही है, लेकिन उस समय इस मीट का कोई फायदा नहीं होगा। क्योंकि उस समय केंद्र में मोदी सत्ता में नहीं होंगे। इस मीट का फायदा तभी है जब केंद्र और प्रदेश में दोनों सरकारें हों। उतराखंड सरकार ने पहले ही इनवेस्टर मीट करवा ली है और उन्होंने पीएम मोदी से करीब 1 लाख करोड़ का एमओयू भी साईन करवा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की बजाए उतराखंड को तरजीह दिया है।
अग्निहोत्री ने कहा कि वह राज्य के मसलों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं मीडिया के माध्यम से यह कहना चाहता हूं कि जिस तरह बिलासपुर में जयराम ठाकुर ने जिस भाषा शैली का प्रयोग किया है, वह धमकाने का काम न करें। तथ्य पर आधारित बात होनी चाहिेए। प्रदेश सरकार को बताना होगा कि एक साल बीत गया लेकिन अभी तक स्कूल के बच्चों को बर्दियां नहीं मिली, स्कूल बैग नहीं मिले, लैपटाप नहीं बाटे गए।
बीजेपी को जवाब देना होगा कि उन्होंने किस आधार पर बाबा रामदेव को जमीन दी। बाबा रामदेव एक शुद्ध व्यापारी हैं। गांव में 2 मरला जमीन मांग रहे आम व्यक्ति को जमीन नहीं दी जा रही लेकिन बाबा को सस्ते दामों में 93 बीघा जमीन दी जा रही है। प्रदेश सरकार आउटसोस्स पर भर्तीयां कर रही है जो चिट्टों की भर्ती से भी खराब है। अपने चहेतों को नौकरियां दी जा रही हैं। आउटसोर्स की भर्ती में कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं मिलता है। सरकार की हर जगह हर मसलों में कमी रही है। इन सब का जवाब बीजेपी सरकार को देना होगा।