धर्मशाला के कॉन्ट्रैक्टर्स ने नगर निगम धर्मशाला पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। IPH कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये बताया कि निगम ने कॉन्ट्रैक्टर्स से काम तो करवा लिया, लेकिन उनके पैसे का भुगतान नहीं किया। काम करवाने के बाद निगम भुगतान करने में आनाकानी कर रहा है, जिसकी वजह से कॉन्ट्रैक्टर पिछले 1 साल से निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि सभी लोगों को क़रीब 1 करोड़ 6 लाख रुपया फंसा है, जिसके काम किये जा चुके हैं। अभी तक निगम द्वारा केवल 50 लाख की राशि का भुगतान हुआ है, जबकि कॉन्ट्रैक्टर द्वारा किये गये सारे कामों के भुगतान की NoC जारी हो चुकी है। यहां तक कि सभी बिल भी पास हो चुके हैं, लेकिन राशि का भुगतान नहीं किया गया। सभी कॉन्ट्रैक्टर्स ने लोन ले रखे हैं, जिससे अब राशि ने मिलने पर दिक्कतें आ रही हैं।
चेतावनी देते हुए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि जल्द ही निगम ने इसका हल नहीं किया तो वे शीतकालीन सत्र के दौरान खुद मुख्यमंत्री से मुलाक़ात करेंगे और सारे मसले पर बात करेंगे।
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