हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज धर्मशाला के तपोवन में शुरू हो रहा है। 15 दिसंबर तक चलने वाले ये सत्र दोपहर दो बजे से शुरू हो रहा है। इस सत्र में लगभग 450 सवाल सदस्यों की तरफ़ से आए हैं। पांच विधेयकों को सभा पटल में रखा जाएगा, जिनमें शिक्षा, नशे और गाय को लेकर लाए जा रहे विधेयक मुख्य हैं। इसके अलावा सदस्यों ने नियम 62 , 130 और अन्य के तहत कई ज्वलंत चर्चाएं भी मांगी है। जिनमें सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बढ़ता नशा और कानून व्यवस्था पर सदन तप सकता है। 13 दिसंबर के दिन प्राइवेट मेंबर डे रखा गया है।
यदि सदन शुचारु रूप से चला तो सत्र के पहले दिन पहला ही सवाल रोहड़ू के कांग्रसी विधायक मोहन लाल बरागटा ने पेयजल योजनाओं की लाइन बिछाने के बारे में पूछेंगे। इसके अलावा एक बार फिर बंदरो को वर्मिंन घोषित करने का मुद्दा भी सदन में गूंजेगा। सड़क, बिजली, फोरलेन, वन और ऊर्जा को लेकर भी सदन में सवाल-जवाब होंगे।
सदन में पहले ही दिन नियम 130 और 62 के तहत चर्चा भी होगी। नियम 62 के तहत सदस्य राकेश जामवाल "चौमुखा में फोरलेन के गिर रहे डंगो से हादसों का खतरा " से उतपन्न स्थिति पर ध्यानाकर्षण करेंगे। जबकि नियम 130 के तहत सदस्य राकेश पठानिया व रमेश धवाला प्रदेश जलवायु परिवर्तन से होने वाले परिवर्तन एवम दुष्प्रभावों के कारण भू गर्भ एवम सिंचाई परियोजनाओं में घटते जल स्तर से उतपन्न स्थिति पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा एक विधेयक और अध्यादेश को भी मुख्यमंत्री सभा पटल पर रखेंगे।