आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मंगलवार को नए गवर्नर की नियुक्ति के लिए सरकार के बीच मंथन जारी है। इसके लिए फिलहाल आरबीआई के 4 डिप्टी गवर्नर हैं। एनएस विश्वनाथन, विरल आचार्य, बीपी कानूनगो और एमके जैन। इनमें से ही किसी को गवर्नर के पद के लिए चुना जाएगा। इसमें से एनएस विश्वनाथन सबसे सीनियर हैं।
वित्त सचिव ए एन झा ने कहा कि सरकार अभी कानूनी सलाह ले रही है। आज पता चल जाएगा कि सरकार क्या आरबीआई में अंतरिम गवर्नर को नियुक्त करेगी या फिर पूर्ण कार्यकाल के लिए नए व्यक्ति के नाम की घोषणा की जाएगी।
दरअसल, आइबीआई एक्ट, 1934 के मुताबिक अगर कोई गवर्नर या डिप्टी गवर्नर अपनी जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हो जाता है, छुट्टी पर चला जाता है या फिर अपने काम नहीं करता है तो केंद्र सरकार केंद्रीय बोर्ड से सलाह करने के बाद किसी अन्य व्यक्ति को इस पद पर नियुक्त कर सकती है। इसमें कोई अधिकारी या रिजर्व बैंक का कोई कर्मचारी अंतरिम रुप से गवर्नर के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। इसके बाद औपचारिक रूप से नए गवर्नर का चयन किया जाएगा।
यह हैं प्रमुख दावेदार
मोदी सरकार आरबीआई के अगले गवर्नर के तौर पर अरविंद पानगढि़या के नाम पर विचार कर सकती है। पानगढि़या पूर्व में नीति आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके संबंध काफी अच्छे हैं। हालांकि जब रघुराम राजन ने आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दिया था, तब स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने पानगढि़या को इस पद के लिए चिह्नित किया था, लेकिन पानगढि़या ने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि वे नीति आयोग में हैं, इसलिए यह पद स्वीकार नहीं कर सकते हैं।