सदन में नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने नियम 130 के तहत युवाओं में नशे की प्रवृति पर सदन में एक प्रस्ताव पेश किया। सदन में नशे की आमद पर चिंताजनक स्थिति की ओर इशारा करते हुए राकेश पठानिया ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान से एक साजिश के तहत नशा निर्यात किया जा रहा है। इससे पंजाब के युवाओं को निशाना बनाया गया और ज्यों ही पंजाब सरकार ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ शिकंजा कसा, इसकी आमद हिमाचल प्रदेश के युवाओं को भी निशाना बना रही है।
उन्होंने सदन से आग्रह किया कि नशे के खिलाफ युद्ध का निर्णय कर इसको खत्म करने के लिए मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि प्रदेश की पुलिस नशे को दूर करने में असमर्थ है क्योंकि जहां पर्याप्त स्टाफ की कमी है वहीं ड्रग एडिक्शन सेंटर में भी पद खाली पड़े हैं।
वहीं, चिंतपूर्णी के विधायक बलवीर चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार के समय नशे को सरंक्षण दिया गया और कांग्रेस की विचारधारा के छात्र संगठन के सदस्यों ने नशे का कारोबार करने लगे। यहां तक किर कांग्रेस के एक सदस्य ने कंडाघाट और प्रदेश की जेलों में कई हत्याएं कर डाली।
इससे पहले मादक द्रव्य अधिनियम (NDPS) को कड़ा करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में एक विधेयक प्रस्तुत किया जो दो दिन बाद चर्चा के लिए सदन में पेश किया जाएगा। अधिनियम में मादक द्रव्य की कम मात्रा पर अभियुक्त को बेल न दिए जाने की व्यवस्था की गई है और इस नियम में संशोधन कर इसे और कड़ा किया जाएगा।