ठंड के मौसम में हिमाचल घूमने वाले पर्यटकों के लिए अवैध रूप से चल रही बसें परेशानी का सबब बन गई हैं। दरअसल, बिलासपुर के स्वारघाट बैरियर पर पिछले कुछ दिनों में अवैध रूप से चल रही दिल्ली-यूपी की दर्जनों टूरिस्ट बसों के चालान काटे गए हैं और उन्हें बॉन्ड किया गया। बसें बॉन्ड होने से पर्यटकों को कई दफा भारी दिक्कतों को सामना भी करना पड़ा और उन्हें लोकल बसों या फिर स्पेशल टैक्सी का सफ़र करके ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। कई दफा बसें 6 से 7 घंटे तक बॉन्ड रहती हैं, जिससे उन्हें रास्ते में ही वक़्त गुजारना पड़ता है।
हालांकि, इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ग़लती बस ऑपरेटरों की हैं, लेकिन यहां लगातार पकड़ी जा रही बसों से पर्यटक परेशान हो रहे हैं। पर्यटकों को कहना है कि हम तो बस किराया देखकर टूअर के हिसाब से बस बुक करते हैं, लेकिन यहां आकर बस की असलीयत पता चलती है। सवारियों से पूरा पैसा लिया जा रहा है औऱ उनका टूअर शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक, स्वारघाट में अभी तक 50 के क़रीब बसों के चालान काटे जा चुके हैं और कई बसों को बॉन्ड किया जा चुका है। जुर्माने के तौर पर अभी तक 5 लाख 23 हज़ार रुपये वसूलें जा चुके हैं, जबकि टैक्स के रूप में बसों और अन्य टैक्सी वाहनों से 55 लाख 54 हजार रुपए वसूले जा चुके हैं। गत रात भी आरटीओ बैरियर चेकिंग में दिल्ली से आई तीन प्राईवेट वॉल्वो बसों को बॉन्ड किया गया था और उन्हें 1 लाख 10 हजार रुपए जुर्माना करके छोड़ा।
ग़ौरतलब है कि अवैध टूरिस्ट बसें टैक्सी की चोरी कर सैलानियों को कुल्लू-मनाली के लिए लेकर जाती हैं और उनसे किराया पूरा लेती हैं। अगर आप भी देव भूमि हिमाचल घूमने जाने वाले हैं तो यह जरूर सुनिश्चित करें कि जिस बस या टैक्सी में आप जा रहे हैं उसने सारे टैक्स भरे हैं या नहीं।