बिलासपुर शहर में बिना परमिट चल रही HRTC की बसों के खिलाफ ऑटो रिक्शा यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। यूनियन ने शुक्रवार सुबह बिना रूट के वाया अस्पताल जाने वाली बसों को परिधि गृह के सामने रोक दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यूनियन का कहना है कि उन्होंने जिला प्रशासन को 2 दिन का समय दिया था लेकिन ये बसें अभी भी बिना परमिट के अस्पताल जा रही हैं जिसके जवाब में उन्होंने करीब 8 बसों को रोका है।
ऑटो रिक्शा यूनियन के प्रधान मोहम्मद रफी ने कहा है कि बिलासपुर शहर में बिना परमिट के 8 बसों को चलाया जा रहा है। इन बसों को बिना रूट के वाया अस्पताल चलाया जा रहा है जिस कारण 200 ऑटो रिक्शा संचालकों का कारोबार पूरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। बैंकों से ऋण लेकर आटो चलाने वाले इन लोगों का काम प्रभावित होने के कारण ये लोग बैंक की किश्तें भी नहीं दे पा रहे हैं।
ऑटो रिक्शा यूनियन ने मांग की है कि बिना परमिट के जो बसें अस्पताल जा रही हैं या तो इनके परिमट दिखाए जाएं या चालान काटे जाएं। यूनियन ने लुहणूघाट और तरेड़ से आने वाली बसों को जाने दिया क्योंकि ये बसें काफी समय से इस रूट पर चल रही हैं। यूनियन ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें जल्द न मानी गईं और इन बसों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो वे चंडीगढ़-मनाली एनएच पर चक्का जाम करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी एचआरटीसी, आरटीओ और जिला प्रशासन की होगी।