पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के शेष दो मामलों में उन्हें दोषी करार दिया। इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने 68 वर्षीय शरीफ को अल अजीजिया स्टील मिल मामलों में दोषी करार देते हुए 7 साल की सजा सुनाई। शरीफ पर 2.5 मिलियन का जुर्माना भी लगाया गया। शरीफ फिलहाल भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले पहले से ही में जेल में हैं।
जानकारी के अनुसार फैसले के समय नवाज शरीफ अदालत में मौजूद थे। जज अरशद मलिक ने नवाज के कोर्ट रूम में पहुंचने के कुछ ही मिनटों में अपना संक्षिप्त फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा, 'फ्लैगशिप इनवेस्टमेंट मामले में आरोपी के खिलाफ कोई केस नहीं बनता है। अल अजीजिया स्टील मिल केस में दोष सिद्ध होता है।'
राजनीतिक वनवास झेल रहे नवाज शरीफ के समर्थक बड़ी संख्या में कोर्ट रूम के बाहर मौजूद थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शरीफ समय पर अदालत पहुंच गए थे और इस दौरान वह बिल्कुल शांत नजर आ रहे थे। हालांकि, शरीफ के पास इस फैसले को चुनौती देने का विकल्प मौजूद है।
गौरतलब है कि इन दोनों मामलों पर पिछले हफ्ते सुनवाई पूरी कर लेने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। नवाज शरीफ पर इससे पहले भी भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके हैं। उन्हें 10 साल के लिए चुनाव लड़ने के अयोग्य भी घोषित किया जा चुका है। पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे शरीफ के कुनबे के लिए यह फैसला बड़ा झटका है। बता दें कि पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने चुनाव प्रचार में शरीफ परिवार के भ्रष्टाचार के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था।