कोलकाता के एक बंदरगाह के पास मिट्टी हटाने के दौरान अचानक करीब 450 किलो का बम सामने आया। भारी-भरकम बम मिलने की वजह से इलाके की घेराबंदी कर दी गई। घटना कोलकाता के एक बंदरगाह के पास की है। बताया जाता है कि फाइटर जेट से अटैच होने वाला यह बम द्वितीय विश्वयुद्ध के समय का है।
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष विनीत कुमार ने कहा- 'बम मिलने के बाद पुलिस, नौसेना तथा सेना को सूचित किया गया। शुरुआत में हमने सोचा कि यह टॉरपीडो है लेकिन नौसेना ने इसके बम होने की पुष्टि की। यह 4.5 मीटर लंबा है।' वहीं नौसेना के पश्चिम बंगाल कमांडर सुप्रभो के डे ने कहा- 'बम से कोई खतरा नहीं है क्योंकि इसमें कई सुरक्षा लॉक लगे हैं।'
भाषा के मुताबिक, सुप्रभो के डे ने कहा- ‘मुझे उम्मीद है कि कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ऑर्डनेंस फैक्टरी से मदद मांगेगा जिसे गोला बारूद बनाने की विशेषज्ञता हासिल है। अगर जरुरत पड़ी तो हम मदद के लिए विजाग नौसेना अड्डे से संपर्क कर सकते हैं।’
आपको बता दें कि हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित नेताजी सुभाष डॉक का द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी नौसेना ने बड़े पैमाने पर अपने अभियानों के लिए इस्तेमाल किया था।