यूं तो स्वच्छता अभियान जोरों से जारी है लेकिन स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाने वाला मामला उपमंडल भोरंज की ग्राम पंचायत कक्कड़ में सामने आया है।जहां पर चंदरुही कस्बे में पिछले चार-पांच दिनों से एक बेसहारा बैल मरा हुआ है। जिससे वहां पर भारी बदबू फैली हुई है। ग्रामीणों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। आवारा बैल को आवारा कुत्ते और कौए नोच रहे हैं। जिससे किसी महामारी फैलने की भी आशंका है। लेकिन, इस बैल को उठाने की जहमत किसी ने नहीं उठाई। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के प्रधान को इस बारे में सूचित किया लेकिन फिर भी यह मरा हुआ बैल वहीं का वहीं पड़ा हुआ है।
यह बेसहारा बैल आजकल ठंड बढ़ जाने से या किसी बीमारी होने से मौत का ग्रास बन रहे हैं। लेकिन अगर ये बेसहारा बैल कहीं पर अपना दम तोड़ देते हैं तो इन्हें वहां से उठा कर दबाने की जिम्मेवारी किसकी बनती है। ग्रामीणों ने पंचायत के नुमाइंदो को इस बारे में सूचित किया लेकिन पंचायत के नुमाइंदे इस बारे में कुछ नहीं कर सके इस बारे में जब पंचायत प्रधान आशा कुमारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह कहीं बाहर गई हुई थी उन्हें इस बारे में उपप्रधान से आज ही इस बात की सूचना मिली है।
जब इस बारे में उपप्रधान जयचंद से बात की गई तो उन्होंने कहा की पंचायत के पास इस तरह बेसहारा बैलों को उठाने के लिए पंचायत के पास कोई बजट नहीं होता ग्रामीणों को स्वयं ही पैसे इकट्ठे कर जेसीबी बुलाकर इस बैल को दबाना चाहिए मैंने पीडब्ल्यूडी विभाग को फ़ोन किया लेकिन विभाग के जेई ने बताया कि जेसीबी खराब है आप सरकाघाट जिला मंडी में संपर्क करें। इस संदर्भ में पी डबल्यू डीएसडीओ भोरंज अमर सिंह भाटिया का कहना है कि मुझे इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।