कांगड़ा जिला के मुख्य पर्यटन स्थलों में इन दिनों कैपिंग साईट का क्रेज कुछ ज्यादा देखने को मिल रहा है। कांगड़ा जिला में इन दिनों करीब 10-15 कैंपिंग साईट पर्यटन विभाग की मंजूरी से अवैध कैंपिग साईट के काम को अंजाम दे रही है, लेकिन अप्पर भागसू में कैपिंग की न तो पर्यटन विभाग से मंजूरी ली गई है और न ही विभाग को इस कैपिंग के बारे में कोई जानकारी थी। इसके बावजूद भी यह कैपिंग साईट चला रहे कैपिंग मालिक पर्यटकों को अपनी कैपिंग साईट में ठहरा रहे हैं। ऐसें में सवाल यह उठता है कि बिना पंजीकरण के इन मुख्य पर्यटक स्थलों में कैपिंग साईटों में चल रहा कारोबार सरकारी राजस्व को नुक्सान पहुंचा रहा है।
जमकर चली इन कैपिंग साईटों में शराब
कैंप भागसू कैपिंग साईट में नए साल के जश्न में आयोजित पार्टी में पर्यटकों के लिए जमकर शराब परोसी गई। सवाल यह है कि क्या इस कैपिंग साईट के मालिक ने शराब परोसने की एक्साईज विभाग से मंजूरी थी या फिर बिना मंजूरी के ही पर्यटकों को भारी दाम में शराब परोसी गई।
इस बारे में जब जिला पर्यटन विभाग अधिकारी डा. मंधु चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में ऐसा कोई मामला नहीं है। जानकारी जुटाने के बाद यह साफ हुआ है कि इस कैपिंग साईट का पर्यटन विभाग के पास कोई रिकार्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कैपिंग साईट की जानकारी को जुटाया जाएगा और विभागीय तौर पर जो कार्रवाई होगी वह अमल में लाई जाएगी।
क्या कहते हैं एक्साईज अधिकारी
इस बारे में जब एक्साईज अधिकारी राजीव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इन कैपिंग साईटों ने इस तरह की कोई मंजूरी विभाग से नहीं ली है। विभाग अपने स्तर पर आने वाले समय में इन कैपिंगों पर पूरी नजर रखेगा।