उत्तर प्रदेश के एक किसान ने छह महीने की कड़ी मेहनत के बाद अपने खेतों में 19,000 किलोग्राम आलू उगाया। वह अच्छी उपज से खुश था, लेकिन उसकी खुशियां तब काफूर हो गईं जब उसकी पूरी फसल का उसे सिर्फ 490 रुपये मुनाफा हुआ। इस बात से दुखी किसान ने अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए यह मुनाफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा है।
अपनी फसल की कम कीमत से परेशान प्रदीप शर्मा ने बताया कि वह बरोली अहीर ब्लॉक के नगला नाथू गांव का कहने वाला है। बीते चार साल से लगातार उसे खेती में नुकसान हो रहा है। इस साल उसने दस एकड़ जमीन पर आलू बोए थे। इसमें करीब 1150 पैकेट (50 किग्रो प्रति पैकेट) आलू की पैदावार हुई। वह बहुत अच्छी उपज होने से खुश था। प्रदीप ने 24 दिसंबर को 368 पैकेट (18828 किग्रा) आलू महाराष्ट्र की अकोला मंडी में बेचा। सारे मदों का भुगतान करने के बाद उसके पास 46,490 रुपये बचे। इसमें से भी कोल्ड स्टोरेज ने हर पॉकेट का 125 रुपये लिया और उसे 46,000 रुपये कोल्ड स्टोरेज मालिक को देने पड़े।
अंत में उसके पास सिर्फ 490 रुपये बचे। वह बहुत दुखी हुआ। प्रदीप ने कहा कि उसने इन 490 रुपयों का मनी ऑर्डर बनवाकर प्रधानमंत्री मोदी को भेजा है। उसने कहा कि हो सकता है कि उसका मनी ऑर्डर मिलने के बाद पीएम को किसानों का दर्द समझ आएगा और वह किसानों की कुछ मदद करेंगे। उसने कहा कि उसने पत्र में यह भी लिखा है, 'अगर आप मेरी मदद नहीं कर सकते तो मुझे आत्महत्या करने की अनुमति दे दें।