ऊना मुख्यालय के साथ लगते गांव लालसिंगी के जंगल में एक बाड़े में अचानक आग लगने से 15 मेमने जिंदा जल गए। जबकि 16 से अधिक मेमने बुरी तरह से झुलस गए हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस सहित तहसीलदार और पशु चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची। तहसीलदार ने जायजा लेते हुए भेड़पालक को टेंट, कंबल और सहायता राशि प्रदान की। वहीं, पशु चिकित्सकों की टीम ने आग में झुलसे मेमने और भेड़ों का उपचार किया। बाड़े में आग कैसे लगी, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले को लेकर जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, भेड़ पालक सोम दत्त धर्मशाला, कांगड़ा में करीब 25 दिनों से लालसिंगी के जंगल में टैंट बनाकर रह रहा है। सोमदत्त करीब 450 भेड़ और मेमनों का पालन पोषण करता है। मंगलवार दोपहर बाद सोमदत्ता भेड़ों और मेमनों को जंगल में खुला छोड़ और करीब 30 से अधिक मेमनों को बाड़े में कैद कर लालसिंगी गांव की ओर चल गया था। कुछ देर बाद उठते धुंए को देखकर सोमदत्त वापिस पहुंचा, तो पाया कि 15 मेमने आग की चपेट में आने जिंदा जल गई हैं, जबकि 16 बुरी तरह से झुलस गई हैं।
थाना प्रभारी सर्वजीत सिंह ने कहा कि आग लगने के कारणों की पुलिस मामले की जांच कर रही है।