शिमला में चार्लेविले हवेली शहर की सबसे वीरान और पुरानी हवेली है। इस हवेली को शिमला के चुनिंदा प्रेतवाधित स्थानों में गिना जाता है। शिमला की खूबसूरत वादियों के आगोश बनी ये हवेली कभी अंग्रेज अफसर विक्टर बेले और उनकी पत्नी का घर हुआ करती थी।
कहा जाता है कि इस हवेली के पास ही एक आर्मी अफसर भी रहा करता था। लेकिन इन दोनों परिवारो ने इस हवेली में कई तरह की अनहोनियों की शिकायतें की । उनका कहना था कि यहां किसी अदृश्य साये का निवास है, जो दिखता है और फिर गायब हो जाता है। इसके अलावा हवेली में कई तरह की चीजों के टूटने और गिरने की आवाज़ें आती रहती हैं।
वर्तमान में यह हवेली एक भारतीय के नाम है। हालांकि अब इस हवेली में कई बदलाव कर दिए गए हैं। लेकिन स्थानीय लोग कहते हैं कि यहां अनहोनी घटनाओं का सिलसिला अभी भी खत्म नहीं हुआ है। आज भी यहां कोई अदृश्य साया भटकता है। जो लोगों को कभी कभार नज़र आता है। मीनाक्षी चौधरी की किताब "घोस्ट स्टोरीज ऑफ शिमला हिल्स' में भी इस हवेली को भूतिया हवेली के रूप में दर्शाया है।