हिमाचल सीएलपी लीडर मुकेश अग्निहोत्री के बयान के बाद हिमाचल की सियासत गरमा गई है। मुकेश अग्निहोत्री के बयान पर मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि उन्हें अपने इस बयान के लिये माफ़ी मांगनी चाहिए। धोबी और हलवाई वर्ग मेहनतकश है, लेकिन जिस लहज़े में कांग्रेस ने इन शब्दों को सीएम से जोड़कर किया वे इन वर्गों के आदर का अपमान है।
उन्होनें कहा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी अपनी पार्टी के पदाधिकारियों को कबाड़ कह दिया। ये दर्शाता है कि उनके मन में अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति क्या भाव है। इससे पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेताओं और विधायकों को अशोभनीय टिप्पणियां कर चुके हैं।
रणधीर शर्मा ने कहा कि ये कांग्रेसी नेताओं की निम्न सोच का परिणाम है। कांग्रेसी नेताओं को दूसरों के बारे में टिप्पणियां करने के बजाए अपने गिरेबान में जरूर झांकना चाहिए। मुख्यमंत्री कार्यालय में जो भी अधिकारी, कर्मचारी या अन्य पदाधिकारी बैठे हैं, वे ईमानदार हैं, योग्य हैं और अपनी जिम्मेवारी को बखूबी निभा रहे हैं। जबकि पिछली कांग्रेस सरकार के समय मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठे अधिकारियों और पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा था।
ग़ौरतलब है कि मुकेश अग्निहोत्री ने अपने बयान में कहा था कि मुख्यमंत्री के कार्यालय में मास्टर, धोबी और हलवाई भर रखे हैं।