हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में जारी उठा पटक थम नहीं रहा। सोमवार को 11 विधायकों के बयान के बाद आज कई राजनेता पूर्व अध्यक्ष सुक्खू के समर्थन में उतर आए हैं। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की ओर से जारी बयान में कई पूर्व अध्यक्षों से लेकर विधायक औऱ पूर्व विधायकों ने पार्टी को एकजुट बनाने पर बल दिया है।
बयान में कहा गया है कि सुक्खू का कार्यकाल सराहनीय रहा है। उनके कार्यकाल में युवाओं के उचित जिम्मेदारी के साथ अनुभवी नेताओं को पूरी तवज्जो मिली है। अब चुनावों के मद्देनज़र सुक्खू को हटाया नहीं गया, बल्कि क़ायदे से बदला गया है। क्योंकि वे 4 महीने पहले ही राहुल गांधी को इस्तीफे की पेशकश कर चुके थे। बदलाव एक सहज़ प्रक्रिया है और उसी के अनुरूप ये फैसला लिया गया है।
विशेष तौर पर कांग्रेस के चार पूर्व अध्य़क्षों ने हर नेता और उनसे जुड़े कार्यकर्ताओं को संयम बरतने के साथ बयानबाज़ी की सलाह दी है। वहीं, विधायकों और पूर्व विधायकों ने कहा कि सूक्खू ने पार्टी की सेवा जी-जान से की है। संगठन को प्रदेश से बूथ तक नए सिरे से खड़ा किया। संगठन में नई जान फूंकी। बीजेपी के हर जनविरोधी कदम पर सभी विधायकों को साथ लेकर विशाल धरने-प्रदर्शन किए। पार्टी एकजुट है और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देगी।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विद्या स्टोक्स, विप्लव ठाकुर, कौल सिंह, कुलदीप कुमार, पूर्व सांसद चौधरी चंद्र कुमार, विधायक रामलाल ठाकुर, विधायक हर्षवर्धन चौहान, विधायक अनिरुद्ध सिंह, विधायक लखविंदर राणा, सुंदर ठाकुर, सतपाल रायजादा, एआईसीसी सचिव राजेश धर्माणी, राकेश कालिया, पूर्व सीपीएस सोहन लाल, पूर्व विधायक अजय महाजन, किशोरी लाल, रवि ठाकुर और पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने ये बयान जारी किया है।