हिमाचल कांग्रेस कार्यालय में हुई वीरभद्र-सुक्खू समर्थकों की जंग को विधायक विक्रमादित्य ने बीजेपी के साज़िश करार दिया है। शिमला में पत्रकारों से बात करते हुए वीरभद्र सिंह के बेटे और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि रैली को देख़कर बीजेपी ने सोची समझी साज़िश के तहत इस घटना को अंजाम दिया और कांग्रेस की छवि ख़राब करने का प्रयास किया।
साथ ही विक्रमादित्य ने कहीं न कहीं कांग्रेस संगठन को भी जिम्मेदार बताया और कहा कि कांग्रेस संगठन में बीजेपी के लोगों की भर्तियां की जा रही थी। जो लोग बीजेपी से आकर पदों पर बैठे हैं, उन लोगों की आज भी बीजेपी से साठगांठ है। इसी वज़ह से पार्टी के अंदर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं और ये लोग कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
देखें वीडियो…..
इस वीडियो में आप खुद देख सकते हैं कि जो लोग झड़प में दिखाई दे रहे हैं क्या वे बीजेपी के हैं…?? अग़र हां तो ये जरूर कहा जा सकता है कि ये लड़ाई गुटबाजी से नहीं बल्कि विरोधियों ने करवाई है। लेकिन अग़र नहीं तो ये कार्यकर्ता कौन और किसके हैं ये समझना ज्यादा मुश्किल नहीं…!!
ग़ौरतलब है कि नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष राठौर की शपथ ग्रहण समारोह के बाद कांग्रेस कार्यालय में वीरभद्र-सुक्खू के समर्थक आपस में भिड़ गए। हुआ यूं कि एक कार्यकर्ता कुर्सी पर चढ़कर सुक्खू के पक्ष में नारेबाजी कर रहा था औऱ देखते ही देखते दूसरे कार्यकर्ताओं ने उसे पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद दो गुटों के कार्यकर्ताओं में आपस में झड़प हुई।