भारत में पिछले 1 साल से चाइनीज ऐप का दबदबा बढ़ा है। जिसे देखो वह कहीं भी टिक-टॉक और बीगो लाइव पर वीडियो बना रहे है। रिपोर्ट के मुताबिक हेल्लो, टिक-टॉक जैसी ऐप को इस्तेमाल करने वाले लोगों की एक तरह से जासूसी हो रही है, क्योंकि ये चाइनीज कंपनियां अपने ऐप के जरिए उन जानकारी को भी इकट्ठा कर रही है जिनकी उन्हें जरूरत तक नहीं है।
अर्का कंसल्टिंग की रिपोर्ट के दावे के मुताबिक शेयरइट, न्यूज डॉग, टिक-टॉक जैसे चाइनीज ऐप भारतीय यूजर्स की जरूरत से ज्यादा जानकारियों को इकट्ठा करते हैं और खास बात यह है कि आपकी इन निजी जानकारियों को विदेशी कंपनियों को बेचा जा रहा है। डाटा लेने के लिए ये ऐप आपसे कैमरा, माइक्रोफोन और मैसेज तक का एक्सेस मांगते हैं।
डाटा स्टोर करने वाले ऐप्स में हेलो, शेयरइट, टिक-टॉक, वीगो वीडियो, ब्यूटी प्लस, क्लब फैक्ट्री एवरीथिंग, न्यूज डॉग और वीमैट जैसे 10 ऐप्स के नाम शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये ऐप यूजर्स की प्राइवेसी के साथ खिलवाड़ करते हैं।
अमेरिकी कंपनियों को बेचा जाता है डाटा:
अर्का कंसल्टिंग के को-फाउंडर संदीप राव के मुताबिक ये चाइनीज ऐप यूजर्स से उनका डाटा लेती हैं और 7 विदेशी एजेंसियों को डाटा बेचती हैं। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा यानि करीब 69 फीसदी डाटा अमेरिकी एजेंसियों के साथ बेचा जा रहा है, हालांकि आपकी निजी जानकारियों का इस्तेमाल किस तरीके से होता है इसकी जानकारी नहीं मिली है।