राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर शिमला के बचत भवन में जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर महिलाओं की सुरक्षा, आर्थिक विकास और महिलाओं के प्रति पुरुषों की मानसिकता में बदलाव करने के मकसद से जिला प्रशासन शिमला ने महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर अनन्या योजना का आरंभ भी किया । योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पत्नी और रेड क्रॉस सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने किया।
योजना की मुख्य थीम प्रदेश की बेटियों को किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं होने देना है। डॉ. साधना ने कहा कि समाज में लोगों में बेटियों के प्रति जो धारणा है उसे आज बदलने की जरूरत है। बेटियां समाज का अभिन्न अंग हैं और लड़कों के मुकाबले में लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। राष्ट्रीय बालिका दिवस को मनाने की जरूरत आज क्यों पड़ी क्योंकि महिलाओं की दशा आज समाज मे ठीक नहीं है। लड़कियों के साथ लड़कों को भी जागरूक करने की जरूरत है।
जिला प्रशासन ने शिमला के स्कूलों में बेटियों को उनके शारीरिक बदलाव और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का फैसला भी लिया । इस मौके पर साधना ठाकुर ने नवजात बच्चों को बेबी किट भी बांटी और प्रदेश में महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही महिलाओं को भी सम्मानित किया।