हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने चुनावी टीम का ऐलान कर दिया है। लेकिन प्रदेश के इन दिग्गजों के लिए आने वाली लड़ाई इतनी आसान भी नहीं है। कारण, बीजेपी पिछले 1 साल से लगातार हिमाचल में अटैकिंग मोड में चल रही है और कई तरह के कार्यक्रम प्रदेश में बीजेपी की तरफ से आयोजित किए जा चुके हैं। वहीं, अगर कांग्रेस की बात करें तो पार्टी अभी इस मामले में पीछे चल रही है।
हालांकि, इन सब के बीच कांग्रेस पार्टी की जिस टीम का ऐलान हुआ है। उस टीम में प्रभारी रजनी पाटिल, प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जीएस बाली पर सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां डाली गई हैं। इन चारों नेताओं को पार्टी हाईकमान ने चुनावों के दौरान अग्रणी श्रेणी में रखा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बनाई गई सभी कमेटियों में इन सभी की भूमिका किसी न किसी रूप में देखने को मिलती रहेगी।
कांग्रेस के लिए यह चुनाव बड़ी राजनीतिक चुनौती से कम नहीं है और बीजेपी प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर आज काबिज़ है। प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार है। ऐसे में इन विपरीत परिस्थितियों में यह 4 नेता किस तरह कांग्रेस पार्टी की नैया को पार लगा पाएंगे यह सबसे महत्वपूर्ण है। जिस तरह से राहुल गांधी ने इन 4 चेहरों पर सबसे अधिक विश्वास दिखाया है तो खुद उनके लिए राहुल गांधी के विश्वास पर पूरा उतरना भी चुनौती है।
इनके अलावा पूर्व पीसीसी प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू की भूमिका भी इस चुनाव में महत्वपूर्ण है। उनको भी प्रदेश की चुनाव के समितियों में सभी जगह-जगह दी गई है। इनके अलावा लोकसभा क्षेत्रों की बात करें तो नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर कौल सिंह, विप्लव ठाकुर, पूर्व महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीता वर्मा, चंद्रेश कुमारी, आशा कुमारी, रामलाल ठाकुर, विद्या स्टोक्स जैसे महत्वपूर्ण नाम भी इन कमेटियों में अलग अलग भूमिकाओं में दिखाई देंगे।
अब देखना यह है कि आने वाले चुनावों में प्रदेश में कांग्रेस के यह टॉप के रणनीतिकार किस तरह से चुनाव में जाते हैं और बीजेपी को पटखनी देने के लिए कौन सी रणनीति पर काम करते हैं।