प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने ताजा बारिश-बर्फबारी के कारण अवरूद्ध विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति योजनाओं और सड़कों की शीघ्र पुनर्बहाली के निर्देश दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं लोक निर्माण मनीषा नंदा मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्थिति का अनुश्रवण कर रही हैं। प्रदेश में राज्य/जिला स्तर के आपातकालीन आप्रेशन केन्द्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि शिमला, कुल्लू, किन्नौर, लाहौल-स्पीति, सिरमौर, कांगड़ा, सोलन तथा चंबा ज़िला में ताजा बर्फबारी-बारिश हुई है और प्रदेश सरकार राज्य में सामान्य स्थिति सुनिश्चित बनाने के लिए प्रयासरत है। स्नो एण्ड एवलैंच स्टड़ी एस्टैब्लिशमैंट (सासे) मनाली ने लोगों को सलाह दी है कि वे बर्फीली ढलानों में न जाएं। यह सलाह जिला शिमला, चंबा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर जिलों में 27 व 28 जनवरी, 2019 के लिए जारी की गई है।
उन्होंने ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार राज्य में कुल 484 सड़कों में से 78 सड़कों को आज शाम तक, जबकि 216 सड़कों को 28 जनवरी, 2019 तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा तथा शेष 190 सड़कों को भी शीघ्र बहाल किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा ताजा हिमपात-बारिश के कारण सड़कों के हुए नुकसान को 67.43 करोड़ रुपये आंका गया है, जो अंतिम आंकलन के बाद बढ़ भी सकता है। उन्होंने बताया कि सड़कों की पुनर्बहाली के लिए 205 मशीनों को कार्य पर लगाया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड से प्राप्त सूचना के अनुसार 1505 प्रभावित डीटीआर में से 644 को पुनर्बहाल कर दिया गया है जबकि शेष 859 डीटीआर शीघ्र बहाल कर दी जाएंगी। बर्फबारी के कारण सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की 362 पेयजल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं और कुल क्षति 6.86 करोड़ रुपये आंकी गई है। प्रभावित जलापूर्ति योजनाओं में से 307 को बहाल कर दिया गया है जबकि शेष योजनाओं को अगले दो दिनों के भीतर चालू कर दिया जाएगा।