कुल्लू जिला के समस्त अनुसूचित जाति से संबंधित संगठन 30 जनवरी को दलित शोषण मुक्ति मोर्चा के साथ संयुक्त रूप से थाटीवीड़ फागली में शलवाड़ के युवकों के साथ जातिसूचक तौर पर हुई मारपीट की घटना पर धरना प्रदर्शन करेगें। कुल्लू में जिला के समस्त अनुसूचित जाति संगठनों की आपतकालीन बैठक कुल्लू में संपन्न हुई। जिसमें उपस्थित कोली समाज और अनुसूचित जाति कल्याण संघ, अबेंदकर विचारधारा संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
कोली समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कुल्लू जिला के अध्यक्ष अमर चंद शलाठ ने बताया कि 15 जनवरी को पल्दी के थाटीवीड़ में शलवाड़ के दलित युवकों पर देवता का फूल गिरने को लेकर थाटीवीड़ के देवताओं के कारकरिंदों द्वारा जातिसूचक शब्द बोल कर प्रताडि़त करने और मारपीट के मामले को आज दो हफ्ते हो गए हैं। लेकिन पुलिस ने एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया है। जिसका वह कड़ा विरोध करते हैं। उन्होंने बताया कि जब मारपीट करने वाले पर अनुसूचित जाति और जनजाति अधिनियम कानून के तहत पुलिस में मामला दर्ज कर कार्रवाई हो रही है। बावजूद उसके भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होना हैरानी की बात है। वहीं अुनसूचित जाति कल्याण संघ के अध्यक्ष दिले राम और अंबेदकर विचारधारा मंच के अध्यक्ष रामलाल कुल्वी ने बताया कि थाटीवीड़ के मामले में न तो प्रशासन कड़ा संज्ञान ले रहा है और न ही सरकार।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में खास तौर पर कुल्लू जिला में दलितों के साथ छुआछूत के मामले ज्यादातर हो रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन और सरकार आश्वासन के सिवा कोइ ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है जबकि पुलिस ने थाटीवीड़ के लगभग 15 देव कारिंदों और अन्य युवकों को पूछताछ के लिए बुलाया है। जिसमें आधे से ज्यादा लोगों की पहचान भी हो चुकी है फिर भी पुलिस राजनीतिक दबाव के कारण गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सोमवार को पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो वह जिला के समस्त दलित संगठन सामूहिक तौर पर 30 जनवरी को प्रदेश तौर पर इस मामले में धरना प्रदर्शन करेगें।
उन्होंने जिला के समस्त अनूसूचति जाति से संबंध रखने वाले संगठनों व लोगों से अपील की है कि वह भारी संख्या में पधार कर पीडि़त परिवार की सहायता कर प्रदर्शन में भाग लें। उन्होंने बताया कि दलित शोषण मुक्ति मोर्चा पूरे प्रदेश में शलवाड़ के युवकों के साथ हुई मारपीट के न्याय के लिए विरोध प्रदर्शन करेगें। उन्होंने बताया कि दलित शोषण मुक्ति मोर्चा के सहसंयोजक लुकेश और नारायण चौहन से चर्चा हो चुकी है। उन्होंने जिला डीसी कुल्लू और पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि वह प्रदर्शन कर रहे संगठनों को सुरक्षा मुहैया करवाएं।