भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक केके शर्मा ने आज शिमला में एक सम्मेलन किया जिसमें उन्होंने बताया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर विभाग ने महात्मा गांधी की झांकी प्रदर्शित की थी। जिसने प्रथम स्थान हासिल किया है। झांकी में गांधी की हिमाचल प्रदेश की यात्रा को दिखाया गया है।
साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने 70 से 80 साल के बीच के बुजुर्गों को 50% पैकेज के आधार पर देवभूमि दर्शन यात्रा की योजना शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत 80 साल से अधिक वरिष्ठ हिमाचली नागरिकों का 4 रातें और 5 दिन की यात्रा, खाना पीना और रहने का सारा खर्चा प्रदेश सरकार उठाएगी। यात्रा में प्रदेश के प्रसिद्ध देव स्थलों का भ्रमण करवाया जाएगा।
यात्रा की सारी जानकारी विभाग की वेबसाइट पर दी गई है। इसी तरह विभाग ने "आज पुरानी राहों से" 1147 स्थल और महान हस्तियों का जिनका इतिहास रहा है उन्हें चिन्हित कर लिया है और उससे संबंधित सारी जानकारी एकत्र कर लोगों के सामने लाने का प्रयास किया जा रहा है। कयुआर कोड के माध्यम से पर्यटकों को उस स्थान की सारी जानकारी आसानी से मिल जाएगी।
30 और 31 जनवरी को हैदराबाद में इन्वेस्टर मीट की जा रही है जिसमे भाषा एवं संस्कृति ने भी अपनी एक प्रेजेंटेशन उद्योग विभाग के माध्यम से भेजी है। मसरूर मंदिर ,चामुंडा मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर डाडा सीबा सहित 25 साइट को एडोब किया है जिन्हें विकसित करने का काम भी विभाग कर रहा है। हिमाचल प्रदेश की पांडुलिपि को भी संरक्षित करने का काम विभाग कर रहा है जिसमें 7 क्षेत्रवाद पांडुलिपी को विभाग ने पुस्तक बनाई है।