कुल्लू जिले के भुंतर के साथ लगते हाथी थान में पार्वती नदी के दूसरे छोर पर बेसहारा पशुओं को प्रशासन द्वारा रेस्क्यू किया गया। करीब 14 बेसहारा पशु पार्वती नदी के दूसरे छोर पर फंसे हुए थे और उनके रहने पर खाने-पीने की भी वहां कोई व्यवस्था नहीं थी। जानकारी के अनुसार कुछ लोगों ने जिला प्रशासन को सूचित किया कि यहां कुछ बेसहारा पशु फंसे हुए हैं। अगर जल्द उन्हें नहीं निकाला गया तो भूख प्यास से उनकी मौत भी हो सकती है। सूचना मिलते ही एसडीएम कुल्लू डॉ. अमित गुलेरिया ने तुरंत आपदा प्रबंधन की टीम को मौके की ओर रवाना किया। पार्वती नदी का बहाव ज्यादा होने के कारण पहले तो रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम नहीं दिया गया।
रेस्क्यू टीम ने जिला प्रशासन की मदद से एक राफ्ट का इंतजाम किया और बारी-बारी से नदी के दूसरे छोर पर फंसे बेसहारा पशुओं को रेस्क्यू किया गया। सभी बेसहारा पशुओं को कुल्लू पहुंचाया गया और खाने-पीने की व्यवस्था दी गई। एसडीएम कुल्लू अमित गुलेरिया ने बताया कि आपदा प्रबंधन की टीम ने सभी बेसहारा पशुओं को रेस्क्यू कर लिया है। उनके अनुसार कुछ शरारती तत्वों द्वारा इन बेसहारा पशुओं को उस और भगाया गया था।
गौरतलब है कि जब टीम ने दूसरे छोर का मुआयना किया तो वहां कुछ पशुओं के कंकाल भी गिरे हुए मिले। उन्होंने कहा कि सभी बेसहारा पशुओं को कुल्लू गौ सदन में रखा गया है। जैसे ही पशुओं को भगाने वाले शरारती तत्वों के बारे में उन्हें कोई जानकारी मिलती है तो उन पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।