अमेरिका की एक खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन भारत और अफगानिस्तान में हमले करना जारी रखेंगे। अमेरिका के खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही है। अमेरिका की नेशनल इंटेलीजेंस निदेशक डैन कोट्स ने कहा है कि आतंकी गतिविधियों के खिलाफ में सहयोग को लेकर पाकिस्तान की संकीर्ण मानसिकता से महज उन आतंकी संगठनों जिनसे पाकिस्तान को खतरा है पर कार्रवाई से तालिबान के खिलाफ लड़ रहे अमेरिका को केवल विफलता के साथ ही हतोत्साहित होगा।
कोट्स ने कहा, भारत में लोकसभा चुनावों के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है। वहीं, अफगानिस्तान में जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव, तालिबान के बड़े पैमाने पर हमले और आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तान के रवैए से 2019 में दक्षिण एशियाई देशों के लिए चुनौतियां बढ़ेंगी। कोट्स के मुताबिक, इस साल भारत और चीन के रिश्ते तनावपूर्ण रहने की आशंका है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दोनों देश के बीच संबंध सुधारने के प्रयासों के बावजूद दोनों देशों में तनाव रहेगा।
कोट्स ने खुफिया मुद्दों पर संसद की प्रवर समिति के सदस्यों को बताया, ‘पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह भारत एवं अफगानिस्तान तथा अमेरिकी हितों के खिलाफ हमलों की योजना बनाने एवं अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में अपने पनाहगाहों का फायदा उठाना जारी रखेंगे। कोट्स ने अमेरिकी सांसदों को बताया कि भारत में सांप्रदायिक हिंसा की आशंका प्रबल है अगर सत्तारूढ़ बीजेपी मई में आम चुनावों से पहले हिंदू राष्ट्रवादी विषय पर ही जोर देती रही। इसके अलावा उन्होंने सांसदों को बताया कि भारत एवं चीन के बीच इस वर्ष रिश्ते तनावपूर्ण रहने की आशंका है।