गिरिपार क्षेत्र के धिलोरधार के समीर दुगाना गांव में पशु आजकल बीमार हो रहे हैं। आधा दर्जन पशु बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में गांव के लोगों को अपने पशुओं की चिंता सता रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर डॉक्टर तो है और टाइम से अपनी ड्यूटी भी निभा रहा है लेकिन पशु चिकित्सालय में ना तो दवाई है और ना इंजेक्शन। लोग प्राइवेट दुकानों से महंगे दामों में दवाइयां खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। गांव के अधिकतर लोग गाय का दूध बेचकर अपना गुजरा करते हैं ऐसे में अगर बीमारी के कारण कोई पशु की मृत्यु हो जाए तो ग्रामीणों को काफी परेशानी हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार ग्रामीण अपने पशुओं का उपचार पूरे जोर शोर से करवा रहे हैं। अनेक प्रकार की दवाइयां लाकर अपने पशुओं को बीमारी से बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन निजी पशु चिकित्सालय में सुविधा ना होने के कारण बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने प्रशासन से जोरदार आग्रह किया है कि हमारे गांव में कोई ऐसी टीम भेजी जाए जो हमारे पशुओं का अच्छी तरह से इलाज कर सकें ताकि हमारे पशु मरने से बचें।