रॉबर्ट वाड्रा बीती रात अमेरिका से दिल्ली लौट आए हैं। वह मनी लॉड्रिंग के एक केस के सिलसिले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय में पेश होने पहुंच गए हैं। साथ में पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं। हालांकि, ED दफ्तर में सिर्फ राबर्ट वाड्रा गए और थोड़ी देर बाहर इंतजार करने के बाद प्रियंका वहां से चली गई हैं। बताया जा रहा है कि रॉबर्ट वाड्रा अपना चश्मा लाना भूल गए थे। इस कारण पूछताछ देरी से शुरू हुई। वाड्रा से ईडी तीन चरणों में पूछताछ कर रही है।
पूछताछ के दौरान रॉबर्ट वाड्रा ने संजय भंडारी और उनके चचेरे भाई शिखर चड्ढा के साथ किसी भी व्यापारिक संबंध से इनकार किया। उन्होंने कहा कि मैं मनोज अरोरा को जानता हूं। वे मेरे कर्मचारी थे, लेकिन उन्होंने अरोरा के ईमेल लिखने से इंकार किया। इसके साथ ही वाड्रा ने कहा कि मेरे पास कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लंदन में संपत्ति नहीं है।
ED ने पूछा ये सवाल
पूछताछ के पहले चरण में वाड्रा से मनोज अरोरा, सुमित चड्ढा, सी। थम्पी और संजय भंडारी के साथ उनके रिश्ते के बारे में पूछा जाएगा। इसके लिए उनका सामना ईमेल और पीएमएलए के तहत दिए गए मनोज अरोरा के बयान से होगा। दूसरे चरण में विदेशों में उनकी संपत्तियों के बारे में पूछताछ की जाएगी। इनमें लंदन में खरीदी गई 8-9 संपत्तियां। तीन विलास और छह फ्लैट। सभी लेनदेन 05-10 के बीच हुए। इनके भुगतान के लिए एक ही मोडस ऑपरेंडी का उपयोग किया गया था। तीसरे चरण में रक्षा और पेट्रोलियम सौदे के बिचौलियों के संबंध में पूछताछ की जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत में अर्जी लगाई थी। मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनकी इस अपील पर सुनवाई करते हुए पिछले हफ्ते ही दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने उन्हें राहत दे दी। वाड्रा के वकील केटीएस तुलसी ने कोर्ट को यह आश्वासन दिया था कि उनके मुवक्किल वाड्रा जांच में सहयोग करेंगे।