जब आग लग जाती है तो बचाव और आग को बुझाने के लिए क्या करना चाहिए। इसको लेकर शनिवार को फोर्टीस कांगड़ा अस्पताल में एक मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉकड्रिल में फोर्टिस कांगड़ा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी कैप्टन ओएस मोगरा और अग्निशमन विभाग के फायर आफिसर मनी राम की टीम ने किया। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य आग की स्थिति से निपटने के लिए बचाव एवं राहत की रणनीति का अभ्यास करना था।
इस मॉकड्रिल में समस्त फोर्टिस अस्पताल का स्टाफ, अग्निशमन विभाग के कर्मचारी और अन्य लोग सम्मिलित थे। इस मॉकड्रिल में फोर्टिस के डायरेक्टर गुरमीत सिंह और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. अनिल कायस्था मुख्य तौर पर उपस्थित थे।
मॉकड्रिल की शुरूआत में सबसे पहले फोर्टिस के सिक्योरिटी गार्ड ने फायर अलार्म बजाकर पूरे अस्पताल को सूचित किया। फायर अलार्म के बजते ही सभी सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल खाली करवाना शुरू कर दिया और साथ ही अग्निशमन विभाग को भी फोन पर सूचित किया। चंद ही मिनटों में अग्निशमन विभाग की गाड़ी अस्पताल परिसर में पहुंच गई। सभी अग्निशमन कर्मचारी फोर्टिस पहुंचते ही हरकत में आ गए और आग में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना शुरू कर दिया।
कुछ लोगों को सीढ़ियों के जरिए तो कुछ को कंधों पर व अन्य बचाव उपकरणों से सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके उपरांत आग बुझाने के लिए पूरे फोर्टिस अस्पताल पर अग्निषमन कर्मियों द्वारा पानी की बौछार की गई।
फिर फोर्टिस के प्रांगण में लगी आग को बुझाने के लिए अग्निरोधक यंत्र का प्रयोग किया गया। इस प्रकार मॉकड्रिल में आग पर काबू पाया गया। इस सफल मॉकडिल के उपरांत फोर्टिस कांगड़ा के डायरेक्टर गुरमीत सिंह ने कहा कि इस प्रकार के मॉकड्रिल भविष में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए कारगर रहते हैं।