रामपुर के कांग्रेसी विधायक नंद लाल ने ग्रामीण विकास एवम पंचायती राज मंत्री से पूछा कि 15 जनवरी तक जनमंच पर कितना पैसा ख़र्च हुआ। पूरी जानकारी दें। क्या इसी ख़र्च पर टीए , डीए व खाने का भी है।
जवाब में पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि 3 जून 2018 से लेकर 15 जनवरी 2019 तक जनमंच पर 1,61,37,553 रुपए खर्च कर दिए। जिसके तहत 3 जून 18 को हुए जनमंच में 17,22,817 रुपये खर्च किए। 1 जुलाई 18 के जनमंच पर 20,73,787, 5 अगस्त को हुए जनमंच पर 22,40,294, 2 सिंतबर के जनमंच पर 23,64,731, 7 अक्टूबर को हुए जनमंच में 24,89,251, 4 नवंबर को हुए जनमंच पर 22,20,404, 28 नवंबर के जनमंच पर 3,33,817, 2 दिसंबर के जनमंच पर 16,94,436, 31 दिसंबर के जनमंच पर 1,82,818 व 6 जनवरी 19 के जनमंच पर 8,15,198 लाख रुपये खर्च हुए।
मंत्री ने बताया कि हर जनमंच में दो लाख खर्च किया किया जा रहा है। जिसमें एक लाख तो खाने के ख़र्च के लिए रखा गया है। ये जानकारी 95 जगह हुए जनमंचों की है। 11 जनमंचों कि जानकारी इसमें नही दी गई है। विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जनता की सहूलियत के लिए जनमंच शुरू किया है। सरकार इसका ऑडिट करवाने को तैयार है।
मुख्यमंत्री के व्यान के बीच विपक्ष के नेता ने पूछा कि कांग्रेस सरकार ने प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम चलाया था। जनमंच भी उसी तरह का कार्यक्रम है। लेकिन उस वक़्त सरकार इतना पैसा ख़र्च नही करती थी।
विपक्ष के बीच बीच पर टोकने पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर गुस्से में आ गए और धमकी भरे लिहाजे में कहा कि जनमंच पहले कभी नहीं हुआ ये बीजेपी सरकार का कार्यक्रम है। विपक्ष इस पर सवाल न उठाएं। मुख्यमंत्री का इस तरह का रुख़ सदन में पहली बार देखने को मिला
इस पर विपक्ष के नेता मुकेश ने कहा कि सीएम अपना टेम्पर लूज़ कर रहे हैं। इस पर सीएम ने पलटवार करते हुए कहा कि आपका तो हमेशा ही टेम्पर लूज़ रहता है।