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खौफ के साए में जिंदगी बिता रहे यहां के लोग, बड़े हादसे के इंतजार में प्रशासन

मृत्युंजय पूरी, चंबा |

चंबा मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर दूर सुल्तानपुरा वार्ड के ओवडी  मोहल्ला के लोग खौफ के साए में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं।  दरअसल, कई साल पहले सुल्तानपुरा में चम्बा -पठानकोट मुख्य मार्ग  में पास भूस्खलन की वजह से इन घरों को खतरा बना हुआ था।  यहां साथ में  मुख्य मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ था प्रशासन ने मुख्य मार्ग को तो दुरुस्त कर दिया था लेकिन इन लोगों के घरों के नीचे जो भूस्खलन हुआ था। वहां पर किसी भी प्रकार का कोई सुरक्षा दीवार की व्यवस्था नहीं की गई। यह लोग पिछले कई दशकों से प्रशासन, सरकार वह अपने स्थानीय नेताओं के से सुरक्षा दीवार लगवाने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक यहां पर किसी भी तरह की सुरक्षा दीवार नहीं लगाई गई हैं।  

जब भी बारिश होती है इस मोहल्ले के लोग खौफ के साए में अपनी राते गुजारते हैं। अब तो भूस्खलन की वजह से हालत इतनी खराब हो गई है कि घरों के आंगन तक भूस्खलन की चपेट में आ चुके हैं और उनका मकान कभी भी इस भूस्खलन की चपेट में आ सकता है।  अभी हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी की वजह से यहां पर और भी मकानों को खतरा हो गया है। कुछ घरों में और दरारें आ चुकी हैं। इसी के चलते यहां के लोग उपायुक्त से मिले उन्होंने और आश्वासन दिया कि जल्द ही यहां पर कुछ ना कुछ सुरक्षा के लिए इंतजाम किया जाएगा। लेकिन, जब तक इंतजाम किया जाएगा तब तक यहां कोई अनहोनी होती तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।

यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि चंबा-पठानकोट मार्ग सुलतानपुरा के पास यहां ओबडी मुहल्ला में  घरों के नीचे कई साल पहले भूस्खलन हुआ था जिसकी वजह से यहां भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इसके लिए उन्होंने प्रशासन से कई बार गुहार भी लगाई है लेकिन अभी तक किसी ने भी उनकी इस समस्या का हल नहीं किया है। उन्होंने बताया कि यह भूस्खलन के समस्या 1995 के बाद यहां आई थी लेकिन उसके बाद प्रशासन ने इस मोहल्ले की तरफ कभी भी रुक नहीं किया है।  

उन्होंने कहा की वह कई बार राजनीतिज्ञों से प्रशासन से स्थानीय विधायकों से इस समस्या को बता चुके हैं। कई सरकारी आई चली गई कई विधायक मंत्री यहां का दौरा करके चले गए लेकिन आश्वासन के सिवाय उन्हें कुछ नहीं मिला।  उन्होंने  कहा कि अब यहां पर खतरा ज्यादा बढ़ गया है घरों में दरारे आ चुकी है और प्रशाशन ने दो-तीन दिन के अंदर काम शुरू नहीं किया तो अपने सारे परिवारों के साथ डीसी ऑफिस के बाहर जा कर बैठ जाएंगे और यहां किसी प्रकार का कोई हादसा होता तो उसकी जिम्मेदार सरकार और प्रशासन होगी।  उन्होंने सरकार और  प्रशासन से आग्रह किया की जल्द से जल्द यहां काम शुरु कराया  जाए ताकि यह पर किसी  तरह का नुकसान ना हो।