शिक्षा विभाग की कारगुजारी के चलते जेबीटी डीएलएड प्रथम वर्ष बैच 2015-17 नए-पुराने सिलेबस के फेर में फंसा हुआ है। कोर्स के दूसरे वर्ष कौन सा सिलेबस पढ़ाया जाए नया या पुराना इस बात को लेकर कॉलेज प्रशासन भी असमंजस में है। क्योंकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नया सिलेबस पढ़ाया जाए या पुराना। इससे पहले भी पिछले साल परीक्षाओं के समय बोर्ड कभी नए सिलेबस तो कभी पुराने सिलेबस में पेपर होने की बात करता रहा था।
प्रशिक्षुओं में बार-बार सिलेबस को बदलने से रोष है। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने करीब 6 माह पहले आधा साल पुराना सिलेबस पढ़ाने के बाद नया सिलेबस पढ़ाने के फरमान जारी कर दिए थे। इसके बाद नए सिलेबस से ही उनकी परीक्षा लेने के आदेश दिए थे। अब फिर से विभाग ने 17 जून को अपने फैसले पर यू-टर्न लेकर नए की बजाय पुराने सिलेबस पर ही उनकी परीक्षा लेने की बात करके उनको परेशानी में धकेल दिया है।
विभाग ने करीब तीन माह पहले इस बैच को नया सिलेबस पढ़ाने के 7 और 15 मार्च को जारी पत्र में नए सिलेबस से परीक्षाएं लेने के आदेश जारी किए थे। अप्रैल में होने वाली इस परीक्षा को नए सिलेबस की वजह से विभाग ने दो माह लेट किया था। अब दोबारा पुराने सिलेबस को अहमियत देकर प्रशिक्षुओं की परेशानी बढ़ा दी है। इस बैच को शुरू हुए करीब 15 महीने हो गए, लेकिन अभी तक इसकी सालाना परीक्षा नहीं हो सकी थी। दो साल के इस कोर्स के तय समय में पूरा होने पर ही अब संशय पैदा हो गया है।
प्रशिक्षुओं ने बोर्ड से मांग की है कि उन्हें शीघ्र अगले वर्ष के सिलेबस के बारे में भी समय से अवगत करवा दिया जाए, ताकि अगले वर्ष पढ़ाई भी सिलेबस के अनुसार कर सके।