जुनियर ऑफिस असिसटेंट पोस्ट कोड-556 का अंतिम नतीज़ा जारी न होने से बेरोजगार अभ्यर्थी पिछले 15 दिनों से प्रताड़ित हो रहे हैं। प्रदेशभर से आये बेरोजगार युवाओं ने रोष ज़ाहिर करते हुए कहा कि माननीय आयोग अटपटे बहाने बना कर परिणाम को लटकाने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, कार्मिक विभाग से जवाब को आये हुए सप्ताह से ऊपर का समय हो गया है लेकिन आयोग अभी भी चुपी साधे हुए है।
आयोग के माननीय सचिव ने बीते दिनों में मीडिया के माध्यम से बयान दिया था कि कार्मिक विभाग से प्रतिउत्तर आने के 5-7 दिन के भीत्तर अंतिम परिणाम जारी कर दिया जाएगा। लेकिन अब माननीय आयोग के ब्यान भी ढकोसलेबाजी ही साबित हो रही है। भर्ती की मूल्यांकन प्रक्रिया को खत्म हुये भी 9 महीने से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन आज तक इस पोस्ट कोड का अंतिम नतीज़ा जारी न होना आयोग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।
माननीय आयोग की झूठी दलीलों से 3400 बेरोजगार अभ्यर्थी उक्त पोस्ट कोड में व्याप्त उलझन से ख़ुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। चयन आयोग के अधिकारियों द्वारा अलग अलग ब्यान दिये जाते हैं। कभी कहा जाता हैं कि इस पोस्ट कोड का परिणाम तैयार है तो कभी कहते हैं कि अभी परिणाम तैयार नहीं है? बेरोजगार अभ्यर्थी पिछले 15 दिनों से आयोग कार्यालय के बाहर अंतिम नतीज़े की मांग को लेकर क्रमिक अनशन पर डटे हुए हैं।
सर्द मौसम की कंपकपाती ठंड और बारिश में बेरोजगार युवाओं को धरने पर इतने दिनों से बैठना माननीय आयोग के अधिकारियों की बेफिक्री साफ झलकती है। बेरोजगार अभ्यर्थी आयोग की कारगुजारियों से इतने कुंठित हो चुके हैं और कहना है कि उक्त पोस्ट में आवेदन करना ही उनकी सबसे बड़ी भूल थी।
बेरोजगार अभ्यर्थियों का कहना है कि आचार संहिता के इतने करीब होने के वाबजूद माननीय आयोग द्वारा अंतिम नतीज़ा बेवजह लटकाना मात्र अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करना है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग को अपने पिछले ब्यानों के आधार पर पोस्ट कोड 556 का अंतिम परिणाम 2-3 दिन में घोषित कर देना चाहिये ।